आप लोग ने अपने घर में बचपन से एक कहावत जरूर सुनी होगी की चाय के अधिक सेवन से चहरे का रंग काला पड़ जाता है. इस दौरान कई लोग यह बात सुनकर चाय पीना तक छोड़ देते हैं .
वहीं इस बात को लेकर कई स्किन एक्सपर्ट कहते हैं कि चाय पीने से त्वचा पर किसी भी तरह का कोई असर देखने को नहीं मिलता. व्यक्ति की त्वचा का रंग पूरी तरह से जेनेटिक फैक्टर्स पर डिपेंड करता है. ये बस अफवाह की बातें है कि चाय पीने से चेहरे का रंग काला पड़ जाता है.
जिन लोगों को लगता है कि चाय के पीने से हमारी स्किन डार्क हो रही है तो यह बात सिर्फ अफवाह है. यहां तक कि चाय पीने से होठों का रंग तक काला नहीं पड़ता है. हालांकि गर्म चाय पीने से होठों पर पिगमेंटेशन यानि कलर इधर-उधर हो सकता है.
वहीं लोगों को चाय पीने के लिए इसलिए मना किया जाता है, क्योंकि इसके अधिक सेवन से शरीर के अंदर काफी ज्यादा नुकसान होता है. इसमें कई सारे एंटी-न्यूट्रिएंट्स होते हैं. जिसके कारण शरीर में एंटीऑक्सीडेंट्स की कमी होने लगती है.
चेहरे के रंग को किसी भी तरह से गोरा या काला नहीं किया जा सकता है. बाजार में कई ऐसे ट्रीटमेंट या क्रीम मिलते हैं जिससे स्किन के रंग को काला या गोरा करने का दावा किया जाता है लेकिन चेहरे पर इस असर लंबे समय तक नहीं रहता है. धीरे-धीरे स्किन अपने प्रकर्तिक रंग में आ जाती है.