सीएम योगी की बैठक में नहीं पहुंचे दोनों डिप्टी सीएम, जानें क्या रही वजह

UP New: राजधानी लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक अहम बैठक की. आज की बैठक में योगी सरकार के सभी मंत्री शामिल हुए. वही उत्तर प्रदेश के दोनो डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक इस बैठक में नहीं पहुंचे.

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UP News: लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में सपा और कांग्रेस के हाथों से मिली करारी हार के बाद योगी सरकार अब एक्टिव हो गई है. राजधानी लखनऊ में सीएम योगी आदित्यनाथ ने मंत्रिमंडल के साथ अहम बैठक की. इस दौरान यूपी सरकार मे दोनों डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक इस बैठक में नहीं शामिल हुए. यह जानकारी के सूत्रों के हवाले से दी गई है. इस दौरान यूपी की सियासी गलियारों में दोनों डिप्टी सीएम के बैठक में शामिल न होने को लेकर चर्चा शुरू हो गई है

एनडीए पर निर्भर मोदी सरकार 

बता दें कि जिस तरह से लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा है. इस हार से बीजेपी के अंदर हलचल तेज हो गई है. बीजेपी इस चुनाव में उत्तर प्रदेश की फैजाबाद जैसी सीट हार गई. इस दौरान यूपी में एनडीए को  36 सीट ही मिली है. वही विपक्षी गठबंधन को 43 सीट पर जीत मिली. ऐसे में मोदी सरकार 3.0 अपने एनडीए सहयोगियों पर अब निर्भर है.

बैठक में शामिल हुए एनडीए दलों के नेता

सीएम योगी आदित्यनाथ की बैठक में एनडीए के सहयोगी दलों के नेता भी पहंचे. ओम प्रकाश राजभर, आशीष पटेल, संजय निषाद अनिल कुमार इस बैठक मे शामिल हुए. उत्तर प्रदेश के दोनो डिप्टी सीएम नहीं दिखाई दिए. जानकारी के अनुसार दोनों डिप्टी सीएम कल यानी शुक्रवार को दिल्ली में थे. वही डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक के बारे खबर है कि वह ऋषिकेश जा रहे हैं. जबकि डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य बैठक में क्यों नहीं आए? इसकी अभी तक कोई स्प्षट जानकारी अभी सामने नहीं आई है.

जयंत और किसानों  का हुआ अपमान

बीजेपी बहुमत से दूर हैं और वह अपने दम पर केन्द्र मे सरकार नहीं बना सकती है. ऐसे में बीजेपी को सहयोगी दलों की जरूरत है. इसी बीच बीते शुक्रवार जयंत चौधरी भी अचानक चर्चाओं में आ गए. दरअसल पुराने सांसद भवन में हुए एनडीए की बैठक में रालोद चीफ जयंत चौधरी को मंच पर जगह नहीं मिली. जयंत चौधरी को बीजेपी के वरिष्ठ सांसदों के बीच ही बैठे दिखाई दिए. इसे लेकर उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय और सपा नेताओं ने इसे जयंत और किसानों का अपमान बताना शुरू कर दिया.

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