Kanpur News: कानपुर में जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के परीक्षा भवन की पांचवीं मंजिल में दो दोस्तों के साथ बैठी डॉक्टर दीक्षा तिवारी की नीचे गिरने से मौत हो गई. साल 2023 में MBBS की पढाई करने के बाद इसी साल इंटर्नशिप पूरी हुई थी. जिसके बाद अस्पताल में मेडिकल अफसर पद पर चयन हो गया था. इस खुशी में अपने दोस्तों के साथ बुधवार रात को एक दोस्त के कमरे में पार्टी की और पार्टी करने के बाद मेडिकल कॉलेज पहुंच गए. वही मेडिकल कॉलेज के पांचवीं मंजिल पर बने डक्ट के स्लैब में बैठकर बातें कर रहे थे. तभी अचानक स्लैब टूटने से डॉ. दीक्षा नीचे गिर गई. वही बरेली से आए परिवार वालो ने दोनों दोस्तों पर ही नीचे फेंकने का गंभीर आरोप लगाया है. वही पुलिस दोस्तों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है.
डीसीपी सेंट्रल आरएस गौतम ने जानकारी दी कि बरेली की रहने वाली डॉ. दीक्षा तिवारी और कल्याणपुर के रहने वाले डॉ. मयंक सिंह का मेरठ मेडिकल कॉलेज में अफसर पोस्ट पर नियुक्त हुए थे. वही तीसरा दोस्त मुजफ्फरनगर के डॉ. हिमांशु कुमार का कानपुर मेडिकल कॉलेज में इसी पद पर नियुक्त हुआ था. इस खुशी में डॉ. दीक्षा ने पार्टी दी थी.
तीनों दोस्तों ने पहले बुधवार रात आर्यनगर स्थित डॉ. हिमांशु के कमरे में पार्टी की. जिसके बाद मेडिकल कॉलेज स्थित परीक्षा भवन की पांचवीं मंजिल पर पहुंच गए. डक्ट के ऊपर बने स्लैब पर बैठकर बातचीत कर रहे थे. तभी अचानक स्लैब धंस गया और डॉ. दीक्षा नीचे जा गिर गई. दोनों दोस्त दीक्षा को लेकर हैलट पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया.
डॉ. दीक्षा तिवारी के शव का तीन डॉक्टरों सीएचसी शिवराजपुर के डॉ. प्रभाकर त्रिपाठी, स्कूल हेल्थ डिस्पेशनरी के डॉ. आलोक मिश्रा और डफरिन अस्पताल की डॉ. कल्पना चतुर्वेदी ने पोस्टमार्टम किया. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार डॉ. दीक्षा के शरीर पर सिर से लेकर पैर तक करीब 36 चोट के निशान मिले हैं. डक्ट में गिरने से उसके सिर की हड्डी टूट गई थी. दोनों तरफ की 6 से ज्यादा पसलियां टूटकर फेफड़ों में घुस गईं थी.जिससे फेफड़े फट गए थे. सूत्रों के अनुसार शरीर से एल्कोहल की महक भी पाई गई है. वहीं, स्लाइड, स्वाब और बिसरा सुरक्षित रखा गया है. इन्हें जल्द ही पुलिस लैब भेजेगी.