West Bengal Heavy Rain: पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग जिले में रविवार को भारी बारिश और भूस्खलन ने भारी तबाही मचाई. लगातार बारिश की वजह से कई लोगों की जान गई, संपत्ति को नुकसान पहुंचा और बुनियादी ढांचे को भारी क्षति हुई. भारी बारिश के कारण एक लोहे का पुल भी ढह गया, जिससे यातायात पूरी तरह ठप हो गया. मौसम विभाग ने उप-हिमालयी जिलों के लिए रेड और ऑरेंज अलर्ट जारी किया है.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक सिलीगुड़ी और मिरिक को जोड़ने वाला दुधिया में बालासन नदी पर बना लोहे का पुल भारी बारिश के कारण ढह गया. इस घटना ने स्थानीय लोगों और यात्रियों को मुश्किल में डाल दिया है. यातायात पूरी तरह बंद हो गया है, और प्रशासन ने वैकल्पिक व्यवस्था शुरू करने के लिए कदम उठाए हैं. इस पुल के ढहने से क्षेत्र में आवागमन पर गंभीर असर पड़ा है.
दार्जिलिंग और आसपास के इलाकों में भारी बारिश के कारण भूस्खलन की कई घटनाएं सामने आई हैं. स्थानीय सूत्रों के अनुसार, मिरिक में भूस्खलन के कारण कम से कम छह लोगों की मौत की पुष्टि हुई है. हालांकि, मृतकों की सटीक संख्या अभी स्पष्ट नहीं है. दार्जिलिंग के सांसद और भाजपा नेता राजू बिष्ट ने इस आपदा पर दुख जताया है. उन्होंने कहा कि भारी बारिश के कारण कई लोगों की जान गई और संपत्ति को भारी नुकसान हुआ. मैं स्थिति पर नजर रख रहा हूं और अधिकारियों के संपर्क में हूं. प्रशासन राहत और बचाव कार्यों में जुट गया है.
भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने शनिवार को कलिम्पोंग, कूचबिहार, जलपाईगुड़ी और अलीपुरद्वार जैसे उप-हिमालयी जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया. रविवार के लिए अलीपुरद्वार में रेड अलर्ट बरकरार है, जबकि दार्जिलिंग, कलिम्पोंग, कूचबिहार और जलपाईगुड़ी के लिए भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है. आरएमसी कोलकाता के नाउकास्ट के अनुसार, कूचबिहार, जलपाईगुड़ी और अलीपुरद्वार में दोपहर 12 बजे तक अत्यधिक भारी बारिश की चेतावनी है. लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है. स्थानीय प्रशासन और आपदा प्रबंधन टीमें राहत और बचाव कार्यों में जुटी हैं. भूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों में फंसे लोगों को निकालने के लिए विशेष टीमें तैनात की गई हैं. प्रभावित लोगों को अस्थायी आश्रय और भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है. सांसद राजू बिष्ट ने कहा कि वह स्थिति पर लगातार नजर रख रहे हैं और प्रभावित लोगों की हर संभव मदद की जाएगी.