अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी कैंपस में शिक्षक की गोली मारकर हत्या, दहशत में डूबा पूरा परिसर

उत्तर प्रदेश के प्रतिष्ठित अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) कैंपस में बुधवार रात एक सनसनीखेज वारदात ने सभी को स्तब्ध कर दिया. यूनिवर्सिटी से जुड़े एक स्कूल में कार्यरत शिक्षक की अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी.

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Courtesy: AI

उत्तर प्रदेश के प्रतिष्ठित अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) कैंपस में बुधवार रात एक सनसनीखेज वारदात ने सभी को स्तब्ध कर दिया. यूनिवर्सिटी से जुड़े एक स्कूल में कार्यरत शिक्षक की अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी. इस घटना से छात्रों, शिक्षकों और स्टाफ में भय का माहौल व्याप्त हो गया है. 

मृतक शिक्षक की पहचान राव दानिश (उम्र लगभग 43-45 वर्ष) के रूप में हुई है, जो एएमयू के एबीके यूनियन हाई स्कूल में कंप्यूटर शिक्षक थे. पुलिस सूत्रों के अनुसार, घटना रात करीब 9 बजे सिविल लाइंस थाना क्षेत्र के अंतर्गत कैंपस में मौलाना आजाद लाइब्रेरी के पास कैंटीन क्षेत्र में हुई. दानिश अपने दो साथियों के साथ शाम की सैर कर रहे थे या बैठे हुए थे, तभी स्कूटर या बाइक पर सवार दो नकाबपोश हमलावरों ने उन पर ताबड़तोड़ गोलियां चलाईं.

नजदीक से सिर में मारी गोली

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, हमलावरों ने दानिश को नजदीक से निशाना बनाया और सिर में कई गोलियां मारीं. गंभीर रूप से घायल दानिश को तुरंत जेएन मेडिकल कॉलेज ले जाया गया, लेकिन इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई. कुछ रिपोर्ट्स में हमलावरों द्वारा फायरिंग से पहले धमकी देने की बात भी सामने आई है, जो पुरानी दुश्मनी की ओर इशारा करती है.

एएमयू के प्रॉक्टर प्रोफेसर मोहम्मद वसीम अली ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि लाइब्रेरी के पास गोलीबारी की सूचना मिलते ही प्रशासन हरकत में आ गया. घायल शिक्षक को फौरन अस्पताल पहुंचाया गया, लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका. 

सभी कोणों से छानबीन जारी 

अलीगढ़ पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे और जांच शुरू कर दी. एसएसपी या संबंधित अधिकारी ने बताया कि कई टीमें गठित की गई हैं, जो सीसीटीवी फुटेज की बारीकी से जांच कर रही हैं. निजी रंजिश सहित सभी संभावित कारणों पर विचार किया जा रहा है. पुलिस पीड़ित के परिवार और साथियों से जानकारी जुटा रही है.

अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि आरोपियों को शीघ्र गिरफ्तार किया जाएगा और कोई कोण छोड़ा नहीं जाएगा. यह घटना एएमयू जैसे सुरक्षित माने जाने वाले शैक्षणिक परिसर में सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े करती है. दानिश एक पढ़े-लिखे परिवार से थे और लंबे समय से यूनिवर्सिटी से जुड़े हुए थे. उनकी हत्या ने न केवल परिजनों को तोड़ा है, बल्कि पूरे शैक्षणिक समुदाय में असुरक्षा की भावना पैदा कर दी है.

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