बांग्लादेश में युवा नेता शरीफ उस्मान हादी की हत्या के मामले में पुलिस ने एक महत्वपूर्ण गिरफ्तारी की है. यह गिरफ्तारी हत्या के संदिग्ध आरोपी के करीबी सहयोगी की हुई है, जिससे जांच को नई दिशा मिलने की उम्मीद है.
बांग्लादेश पुलिस ने अदाबर थाना जुबो लीग के कार्यकर्ता हिमोन रहमान शिकदार को गिरफ्तार किया है. शिकदार की उम्र 32 वर्ष है और वह हत्या में प्रयुक्त मोटरसाइकिल चालक आलमगीर का निकट सहयोगी बताया जा रहा है.
गुप्त सूचना के आधार पर बुधवार को अदाबर इलाके के एक आवासीय होटल से शिकदार को पकड़ा गया. प्रारंभिक पूछताछ में पता चला कि वह और उसके साथी विध्वंसक गतिविधियों की योजना बना रहे थे. पुलिस ने उसके पास से एक विदेशी पिस्तौल, जिंदा कारतूस, बारूद, पटाखे और विस्फोटक सामग्री बनाने वाली अन्य वस्तुएं बरामद की हैं. उसके एक सहयोगी के घर से भी अतिरिक्त हथियार और गोला-बारूद मिले हैं.
हादी की मौत की खबर से ही बांग्लादेश में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए. ढाका सहित कई शहरों में सड़कें जाम हो गईं, मीडिया संस्थानों पर हमले हुए और संपत्ति को नुकसान पहुंचाया गया. प्रदर्शनकारियों द्वारा हत्यारों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की जा रही है. कुछ समर्थकों ने आरोप लगाया कि मुख्य आरोपी भारत भाग गए हैं, जबकि अन्य ने अंतरिम सरकार पर सुरक्षा प्रदान करने में विफलता का ठीकरा फोड़ा.
विरोध के दौरान मैमनसिंह जिले के भालुका क्षेत्र में अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय के दीपू चंद्र दास की भीड़ द्वारा पीट-पीटकर हत्या कर दी गई. यह घटना कथित ईशनिंदा के आरोपों पर हुई, जिसने धार्मिक तनाव को और बढ़ा दिया. अंतरिम सरकार ने इसकी निंदा की और कई गिरफ्तारियां कीं.
बांग्लादेश पुलिस ने कहा कि हत्यारों के बारे में अभी कोई ठोस जानकारी नहीं है, लेकिन जांच तेजी से चल रही है. मुख्य संदिग्ध फयसल और आलमगीर की तलाश जारी है. शिकदार की गिरफ्तारी से जांच में महत्वपूर्ण सुराग मिलने की संभावना है. यह घटना बांग्लादेश की राजनीतिक अस्थिरता को उजागर करती है, जहां आगामी चुनावों से पहले हिंसा और तनाव बढ़ रहा है. अंतरिम सरकार ने शांति की अपील की है और लोकतंत्र की रक्षा का वादा किया है.