Mumbai Rains: महाराष्ट्र में पिछले कुछ दिनों से मूसलाधार बारिश हो रही है. जिसकी वजह से आम जीवन बुरी तरह से प्रभावित हुआ है. मुंबई, पुणे और अन्य हिस्सों में भारी जलभराव से जनजीवन ठप हो गया है. मुंबई के स्कूल-कॉलेज बंद हो गए हैं, ट्रेन और हवाई सेवाएं प्रभावित हैं. भारत मौसम विज्ञान विभाग ने मुंबई और पुणे के लिए रेड अलर्ट जारी किया है.
मुंबई में सोमवार और मंगलवार को भारी बारिश ने सामान्य जीवन को पूरी तरह प्रभावित किया. सड़कें, रेलवे ट्रैक और निचले इलाके जलमग्न हो गए. बीएमसी ने सभी सरकारी कार्यालयों और स्कूलों में छुट्टी घोषित की. निजी कार्यालयों को भी कर्मचारियों को घर से काम करने की सलाह दी गई. टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, मुंबई में 84 घंटों में 500 मिमी बारिश दर्ज की गई. मध्य रेलवे ने हार्बर लाइन पर लोकल ट्रेन सेवाएं स्थगित कर दीं.
पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, बारिश से संबंधित घटनाओं में महाराष्ट्र में कम से कम 12 लोगों की मौत हो चुकी है. नांदेड़ जिला सबसे ज्यादा प्रभावित है, जहां 290 से अधिक लोगों को बाढ़ प्रभावित गांवों से बचाया गया. नांदेड़ में नौ लोगों की मौत हुई, हालांकि मृतकों की संख्या पर विभिन्न रिपोर्टों में अंतर है. पुणे जिला प्रशासन ने मंगलवार को रेड अलर्ट जारी किया. पुणे में जलभराव के कारण कई इलाकों में यातायात बाधित है. मुंबई की मीठी नदी खतरे के निशान को पार कर गई. इससे कुर्ला, साकीनाका और हवाई अड्डे के आसपास के इलाकों में जलभराव हुआ. बीएमसी ने क्रांति नगर से लोगों को सुरक्षित निकाला. मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि अगले 48 घंटे मुंबई, ठाणे, रायगढ़, रत्नागिरी के लिए अहम है.
कोंकण के रायगढ़ जिले में 160 मिमी से अधिक बारिश दर्ज की गई. कुंडलिका और सावित्री नदियां भी खतरे के निशान के ऊपर है. पंचगंगा नदी इस मौसम में पांचवीं बार उफान पर है. आईएमडी ने अगले दो दिनों तक मुंबई, कोंकण और मध्य महाराष्ट्र में भारी बारिश की चेतावनी दी है. मराठवाड़ा और विदर्भ में ऑरेंज अलर्ट है, जो सप्ताहांत तक येलो अलर्ट में बदल सकता है. मुख्यमंत्री फडणवीस ने बाढ़ की स्थिति की समीक्षा की. उन्होंने कहा कि अगले 48 घंटे महत्वपूर्ण हैं. प्रभावित जिलों में हाई अलर्ट जारी है.