Haryana: हरियाणा के नूंह जिले में ब्रज मंडल जलाभिषेक यात्रा को लेकर प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं. प्रशासन की ओर से इंटरनेट और एसएमएस सेवाओं पर रोक, स्कूलों की छुट्टी और मांसाहारी भोजन पर प्रतिबंध जैसे फैसले लिए गए हैं. यह सभी उपाय यात्रा को शांतिपूर्ण और सुरक्षित बनाने के लिए हैं.
हरियाणा सरकार ने नूंह जिले में सोमवार, 14 जुलाई को रात 9 बजे तक इंटरनेट और मोबाइल डेटा सेवाओं को निलंबित कर दिया है. अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) के आदेश के अनुसार, बल्क एसएमएस सेवाएं भी बंद रहेंगी. हालांकि, बैंकिंग सेवाओं, मोबाइल रिचार्ज और वॉयस कॉल से जुड़े एसएमएस पर यह रोक लागू नहीं होगी. यह कदम अफवाहों और गलत सूचनाओं को रोकने के लिए उठाया गया है.
जलाभिषेक यात्रा के दिन नूंह जिले के सभी सरकारी और निजी स्कूल बंद रहेंगे. उपायुक्त विश्राम कुमार मीणा ने आदेश जारी कर कहा कि छात्रों की सुरक्षा के लिए 14 जुलाई को स्कूल बंद रहेंगे. जिला शिक्षा अधिकारी को इस आदेश का सख्ती से पालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं. यह फैसला बच्चों की सुरक्षा और सुविधा को ध्यान में रखकर लिया गया है. यात्रा मार्ग पर मांस, मछली और अन्य मांसाहारी भोजन की बिक्री, प्रदर्शन या सार्वजनिक रूप से लटकाने पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया गया है. उपायुक्त ने बताया कि यह रोक सुबह 6 बजे से आधी रात तक लागू रहेगी. यह प्रतिबंध नल्हड़ महादेव मंदिर से फिरोजपुर झिरका के झिरकेश्वर महादेव मंदिर और सिंगार गाँव के सिंगार मंदिर तक के मार्ग पर लागू होगा. धार्मिक स्थलों के आसपास की दुकानों और भोजनालयों को भी इस आदेश का पालन करना होगा.
सुरक्षा को और मजबूत करने के लिए ड्रोन, ग्लाइडर, हॉट एयर बैलून समेत अन्य गतिविधियों पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया गया है. इसके अलावा, हवाई गुब्बारे, पतंगबाजी, चीनी माइक्रोलाइट्स और आतिशबाजी पर भी रोक है. प्रशासन का कहना है कि यह कदम किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए जरूरी है. नूंह में ये सख्त कदम दो साल पहले 2023 में यात्रा के दौरान हुई हिंसा के कारण उठाए गए हैं. उस समय विश्व हिंदू परिषद के जुलूस पर हमला हुआ था, जिसमें दो होमगार्ड समेत पांच लोगों की मौत हो गई थी. गुरुग्राम में आगजनी की घटनाओं के बीच एक मस्जिद में नायब इमाम की भी हत्या हुई थी. सांप्रदायिक झड़पों में करीब 200 लोग घायल हुए थे. इन घटनाओं को ध्यान में रखते हुए प्रशासन कोई जोखिम नहीं लेना चाहता है. प्रशासन ने सभी समुदायों से शांति और सहयोग की अपील की है. यात्रा को शांतिपूर्ण बनाने के लिए पुलिस और सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं.