बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता धर्मेंद्र का मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती है. अभी उनकी हालत नाजुक बताई जा रही है. उनकी बेटी ईशा देओल ने सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर कर उनके स्वास्थ के बारे में जानकारी दी है.
धर्मेंद्र को सांस लेने में तकलीफ के चलते अस्पताल में भर्ती कराया गया था. ईशा ने जानकारी देते हुए लिखा कि मेरे पिताजी की हालत स्थिर है और उनकी हालत में सुधार हो रहा है.
बॉलीवुड के ही मैन कहे जाने वाले धर्मेंद्र ने छह दशकों से ज्यादा की फिल्मी दुनिया में अपनी छाप छोड़ी है. उनकी आखिरी फिल्म इक्कीस 25 दिसंबर को रिलीज होने वाली है. धर्मेंद्र का परिवार बड़ा और खुशहाल है. उनकी पत्नी हेमा मालिनी बॉलीवुड की ड्रीम गर्ल हैं. उनके छह बच्चे हैं. इनमें अभिनेता सनी देओल और बॉबी देओल शामिल हैं. बेटियां ईशा देओल और अहाना देओल भी फिल्मों से जुड़ी हैं. इसके अलावा अजीता और विजेता भी परिवार का हिस्सा हैं. धर्मेंद्र ने पहले प्रकाश कौर से शादी की थी, बाद में हेमा मालिनी से उन्हें प्यार हुआ और उन्होंने दूसरा विवाह किया. परिवार हमेशा उनके लिए मजबूत सहारा रहा, बच्चे फिल्मों में सक्रिय हैं. सनी और बॉबी ने एक्शन हीरो की छवि बनाई. हेमा मालिनी ने राजनीति में भी कदम रखा. धर्मेंद्र का निधन परिवार के लिए बड़ा सदमा है.
धर्मेंद्र ने फिल्मी दुनिया में कदम 1960 में रखा. उनकी पहली फिल्म दिल भी तेरा हम भी तेरे थी. इस फिल्म से उन्होंने दर्शकों का दिल जीत लिया. इसके बाद वे कभी पीछे नहीं मुड़े. 2012 में भारत सरकार ने उन्हें पद्म भूषण से सम्मानित किया. यह देश का तीसरा बड़ा नागरिक सम्मान है. अपने लंबे करियर में उन्होंने कई हिट फिल्में दी.
इनमें यादों की बारात मेरा गांव मेरा देश नौकर बीवी का फूल और पत्थर बेताब और घायल जैसी फिल्में शामिल हैं. ये फिल्में पुरस्कार जीत चुकी हैं. धर्मेंद्र एक्शन रोमांस और कॉमेडी हर तरह की भूमिकाओं में फिट बैठते थे. उन्होंने सौ से ज्यादा फिल्मों में काम किया. धर्मेंद्र का जन्म पंजाब के लुधियाना जिले के एक गांव में हुआ. वे गांव के साधारण परिवार से थे. बचपन से ही वे मेहनती थे. फिल्मों में आने से पहले उन्होंने शादी कर ली. गांव की जिंदगी उन्हें हमेशा पसंद रही. बाद में वे मुंबई आ गए और स्टार बने.
89 साल की उम्र में भी धर्मेंद्र सोशल मीडिया पर सक्रिय थे. वे इंस्टाग्राम पर पोस्ट डालते रहते थे. इन पोस्ट में वे स्वस्थ जीवन की सलाह देते थे. जैविक खेती को बढ़ावा देते थे. कई वीडियो में वे ट्रैक्टर चलाते दिखते थे. अपने खेत की देखभाल करते नजर आते थे.प्रशंसकों को वे जीवन के सरल पाठ सिखाते थे, खेती के टिप्स देते थे. यह उनकी सादगी की मिसाल थी. शहर की चकाचौंध के बावजूद वे गांव से जुड़े रहे. उनके वीडियो लाखों लोग देखते थे.