समोसा और जलेबी क्यों बना दुश्मन? जानें क्या कहती है ICMR की चेतावनी

भारत में मोटापा, मधुमेह और हृदय रोग जैसी बीमारियां तेजी से बढ़ रही हैं. ICMR की चेतावनी इन बीमारियों को रोकने के लिए है. यह सांस्कृतिक खाद्य पदार्थों की निंदा नहीं, बल्कि आधुनिक स्वास्थ्य के हिसाब से खान-पान को संतुलित करने का आह्वान है.

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Courtesy: Social Media

ICMR Warning: भारत के लोगों को शाम के समय में समोसा और जलेबी खाना बहुत पसंद हैं. लेकिन अब उन्हें इससे सावधानी बरतनी होगी. ICMR और NIN ने नए आहार दिशानिर्देश जारी किए हैं. ये दिशानिर्देश तले हुए और ज्यादा चीनी वाले खाद्य पदार्थों के नियमित सेवन के खिलाफ चेतावनी देते हैं. इनका ज्यादा सेवन स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है.

इन स्नैक्स में ट्रांस फैट, रिफाइंड अनाज और ज्यादा चीनी होती है. एक जलेबी में लगभग 300 कैलोरी हो सकती है. वहीं पोषण के नाम पर कुछ भी नहीं है. समोसे, खासकर पुराने तेल में तले हुए, हृदय रोग, मोटापा और मधुमेह का खतरा बढ़ाते हैं. व्यावसायिक स्नैक्स में प्रिज़र्वेटिव, कृत्रिम स्वाद और रंग होते हैं. ICMR के अनुसार, ये अति-प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थ नशे की लत पैदा कर सकते हैं, जिससे ज्यादा खाने की आदत पड़ती है.

संस्कृति और स्वास्थ्य का संतुलन

समोसा और जलेबी भारतीय संस्कृति का हिस्सा हैं. लेकिन स्वास्थ्य विशेषज्ञ संयम बरतने की सलाह देते हैं. इनका रोज़ाना सेवन हानिकारक है. इन्हें खास मौकों या त्योहारों के लिए सीमित करना चाहिए. सप्ताह में एक बार और कम मात्रा में खाना बेहतर है. रोज़मर्रा के भोजन में साबुत अनाज, फाइबर, प्रोटीन और स्वस्थ वसा वाले घर के बने खाद्य पदार्थ चुनें. स्वास्थ्यवर्धक विकल्प अपनाएं. समोसे को तलने की बजाय बेक करें. मिठाइयों में रिफाइंड चीनी के बजाय फल का उपयोग करें. खाने की मात्रा पर ध्यान दें. एक जलेबी काफी है, पूरी प्लेट की जरूरत नहीं. पैकेज्ड स्नैक्स के लेबल पढ़ें. उनमें प्रिज़र्वेटिव और खराब तेल हो सकते हैं. इन्हें त्योहारों के लिए रखें, न कि रोज़ के लिए.

स्वास्थ्य जोखिमों पर ध्यान

भारत में मोटापा, मधुमेह और हृदय रोग जैसी बीमारियां तेजी से बढ़ रही हैं. ICMR की चेतावनी इन बीमारियों को रोकने के लिए है. यह सांस्कृतिक खाद्य पदार्थों की निंदा नहीं, बल्कि आधुनिक स्वास्थ्य के हिसाब से खान-पान को संतुलित करने का आह्वान है. सही आहार विकल्प दीर्घकालिक स्वास्थ्य सुनिश्चित कर सकते हैं. समोसा और जलेबी जैसे स्नैक्स का आनंद लेना गलत नहीं है, लेकिन संयम जरूरी है. स्वस्थ खान-पान की आदतें अपनाकर हम अपनी संस्कृति को बनाए रख सकते हैं और स्वास्थ्य को भी प्राथमिकता दे सकते हैं. 

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