Brahmos Missile: भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया. इतना ही नहीं पाकिस्तान की ओर से किए गए हमले को भारत ने असफल भी कर दिया. जिसके बाद भारत के मजबूत डिफेंस सिस्टम की शक्ति का प्रदर्शन पूरे विश्व भर में हुआ. इसी बीच अमेरिकी शहरी युद्ध विशेषज्ञ ने भारत का जोरदार समर्थन किया है.
ऑपरेशन सिंदूर का समर्थन करते हुए अमेरिकी शहरी युद्ध विशेषज्ञ ने कहा कि भारत ने आक्रामक और रक्षात्मक दोनों तरह की श्रेष्ठता का प्रदर्शन किया. इंडिया टुडे से बात करते हुए कर्नल (सेवानिवृत्त) जॉन स्पेंसर ने कहा कि पाकिस्तान द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली चीनी वायु रक्षा प्रणाली भारत की ब्रह्मोस मिसाइलों के सामने काफी कमजोर है.
स्पेन्सर ने कहा कि भारत पाकिस्तान में घुसकर हमला करने और पाकिस्तानी ड्रोन हमलों और मिसाइलों से खुद की सुरक्षा करने में सफल रहा. आधुनिक युद्ध संस्थान में शहरी युद्ध अध्ययन के अध्यक्ष के रूप में कार्य करने वाले स्पेंसर ने इस बात पर जोर दिया कि पाकिस्तान द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली चीनी एयर डिफेंस को भेदने की ब्रह्मोस मिसाइल की क्षमता भारत की मजबूत सैन्य क्षमताओं का प्रमाण है. स्पेंसर ने कहा कि भारत के डिफेंस सिस्टम की तारीफ करते हुए कहा कि चीनी वायु रक्षा प्रणाली और मिसाइलें भारत की प्रणालियों की मुकाबले कमजोर हैं. भारत की ब्रह्मोस मिसाइल दुश्मन देश के वायु रक्षा प्रणालियों को भेदने में सक्षम थी.
पूर्व अमेरिकी सेना अधिकारी ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर ने पाकिस्तान पर बहुत अधिक लागत लगाई. भारत का राजनीतिक और सैन्य संदेश स्पष्ट रूप से व्यक्त किया गया था: हम युद्ध नहीं चाहते हैं, लेकिन बिना किसी वृद्धि के आतंकवाद को दंडित करेंगे. संघर्ष के दौरान भारत की सूचना प्रसार रणनीति की प्रशंसा करते हुए स्पेंसर ने जोर देकर कहा कि इस ऑपरेशन का सैन्य रणनीतिकारों और छात्रों द्वारा आने वाले वर्षों में अध्ययन किया जाएगा. उन्होंने आगे कहा कि ऑपरेशन सिंदूर आतंकवाद से लड़ने का एक ऐसा उदाहरण है जिसे अन्य देश भी अपना सकते हैं. उपग्रह चित्रों और फोटोग्राफिक साक्ष्यों को जारी करने सहित भारत की रणनीति ने सुनिश्चित किया कि सभी को सत्यापन योग्य तथ्यों तक पहुंच हो. युद्ध विशेषज्ञ ने इस बात को रेखांकित किया कि दुनिया के लिए आतंकवाद पर पाकिस्तान को चुनौती देने का यह सही समय है और उन्होंने पश्चिम से दोनों पक्षों की नीति को रोकने का आग्रह किया.