व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने मंगलवार को प्रेस वार्ता में कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भारत और अमेरिका के बीच संबंधों को लेकर बहुत सकारात्मक महसूस करते हैं. वे इन संबंधों में दृढ़ता दिखाते हैं, भले ही व्यापार शुल्क और रूस से तेल खरीद को लेकर कुछ तनाव हो लेकिन ट्रंप प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बहुत सम्मान करते हैं. दोनों नेता अक्सर एक दूसरे से बात करते हैं. यह बयान ऐसे समय में आया है जब दोनों देशों के बीच व्यापार समझौते पर चर्चा चल रही है.
लेविट ने बताया कि कुछ हफ्ते पहले ट्रंप ने मोदी से सीधे बात की थी. यह बात उस समय हुई जब ट्रंप ने व्हाइट हाउस के ओवल ऑफिस में कई भारतीय अमेरिकी अधिकारियों के साथ दिवाली मनाई थी. यह आयोजन दोनों देशों की सांस्कृतिक निकटता को दिखाता है. ट्रंप की टीम भारत के साथ गंभीरता से काम कर रही है. अमेरिका का भारत में राजदूत सर्जियो गोर बहुत अच्छा काम कर रहे हैं. ट्रंप की व्यापार टीम नई दिल्ली के साथ गंभीर बातचीत कर रही है.
ट्रंप ने हाल ही में कहा था कि भारत ने रूस से तेल खरीद बहुत कम कर दी है. यह बयान उनके एशिया दौरे के दौरान आया था. उन्होंने नई दिल्ली को इस मुद्दे पर बहुत अच्छा बताया. यह दावा अक्टूबर से शुरू हुए बयानों की श्रृंखला का हिस्सा है. मोदी ने ट्रंप को आश्वासन दिया था कि भारत रूस से कच्चे तेल की खरीद पर नियंत्रण करेगा या रोक देगा.
ट्रंप का प्रशासन यूक्रेन युद्ध के बीच रूस को आर्थिक रूप से अलग करने की कोशिश कर रहा है. इसके लिए प्रतिबंध और ऊर्जा नियम लगाए जा रहे हैं. इस महीने की शुरुआत में भारत के विदेश मंत्रालय ने ट्रंप के बयानों पर जवाब दिया. मंत्रालय ने कहा कि भारत के ऊर्जा फैसले पूरी तरह राष्ट्रीय हित और लोगों की भलाई को ध्यान में रखकर लिए जाते हैं. भारत अपनी ऊर्जा जरूरतों को खुद तय करता है.
भारत और अमेरिका के बीच द्विपक्षीय व्यापार समझौते के पहले चरण के लिए अब तक पांच दौर की बातचीत हो चुकी है. दोनों देश समझौता चाहते हैं लेकिन अगस्त में अमेरिका ने भारतीय सामान पर 50 प्रतिशत शुल्क लगा दिया. इसमें रूस से तेल खरीद से जुड़ा 25 प्रतिशत अतिरिक्त शुल्क भी शामिल है. इस फैसले से दोनों देशों के संबंधों में तनाव बढ़ गया. नई दिल्ली ने इस कदम की कड़ी आलोचना की. भारत ने इसे अनुचित और गलत बताया. दूसरी तरफ ट्रंप ने भारत अमेरिका व्यापार को एकतरफा आपदा कहा. वे मानते हैं कि अमेरिका को नुकसान हो रहा है. फिर भी व्हाइट हाउस का नया बयान दिखाता है कि नेता स्तर पर सम्मान और बातचीत जारी है.