Israel-Iran Conflict: ईरान और इजरायल के बीच दिन-प्रतिदिन हालात और भी ज्यादा खराब होते जा रहा है. दोनों देशों के बीच लगातार ताबड़तोड़ हमले किए जा रहे हैं. महज तीन पहले शुरू हुए इस संघर्ष में ईरान को भारी नुकसान उठाना पड़ा है, वहीं इजरायल को भी इस तनाव की वजह से क्षति हुई है. हालांकि इतने के बाद भी दोनों देशों ने जवाबी कार्रवाई की कसम खाई है.
इजरायल की ओर से ईरान के बुनियादी ढांचे पर हमला किया गया है. जिसमें सैन्य नेतृत्व और ईरान की सबसे मजबूत हिस्सा तेल स्टोर को नुकसान पहुंचा है. ईरान के स्वास्थ्य मंत्रालय से मिली जानकारी के मुताबिक इस हमले में 224 लोगों की मौत हुई है. वहीं बारह सौ से भी ज्यादा लोग घायल हुए हैं. हालांकि कुछ रिपोर्ट में इससे कई ज्यादा मौतों का दावा किया जा रहा है. रिपोर्ट के मुताबिक ईरान में 406 लोगों की मौत हुई है, वहीं लगभग 700 के करीब लोग घायल हुए हैं.
ईरान की ओर से किए गए हमले में भी इजरायल को काफी क्षति पहुंची है. ईजरायल के अधिकारियों द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक ईरान ने 270 से भी ज्यादा मिसाइलें दागी हैं. जिसमें चौदह इजरायली की मौत हुई है. वहीं लगभग 400 लोगों के घायल होने की खबर है. इसके अलावा बहुस्तरीय वायु रक्षा को भी नुकसान पहुंचा है. वहीं इस लड़ाई में ईरानी अधिकारियों में इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) के खुफिया प्रमुख जनरल मोहम्मद काज़मी समेत अन्य दो जनरल की भी मौत हुई है. इसके अलावा कई वैज्ञानिकों की भी मौत की खबर मिली है. वहीं ईरानी अधिकारियों द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक विदेश मंत्रालय सहित प्रमुख सरकारी इमारतों और उत्तरी तेहरान में शाहरान तेल डिपो और दक्षिण में ईंधन टैंक सुविधा जैसे ऊर्जा प्रतिष्ठानों पर हमले हुए हैं. कुल मिलाकर दोनों देशों एक दूसरे पर लगातार कहर बरपा रहे हैं.
दोनों देशों की बीच बढ़े तनाव में सबसे ज्यादा नुकसान नागरिकों को उठाना पड़ रहा है. आम जीवन बुरी तरह से प्रभावित हुआ है. इजरायल की ओर से किए जा रहे इस हमले को 'ऑपरेशन राइजिंग लॉयन’ नाम दिया गया है. वहीं ईरान ने पलटवार करते हुए इस मिशन को 'ट्रू प्रॉमिस थ्री' नाम दिया है. इजरायली राष्ट्रपति को सुरक्षित जगह पर शिफ्ट किया गया है. हालांकि इस लड़ाई में अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भी खुलकर अपना मत इजरायल को दे रहे हैं. उन्होंने यह साफ किया है कि इजरायल में किसी भी अमेरिकी सम्पत्ति के नुकसान होने पर ईरान को भरपाई करना पड़ेगा. साथ ही उन्होंने यह उम्मीद जताई है कि दोनों देशों के बीच जल्द ही सबकुछ ठीक हो जाएगा. हालांकि इस तनाव का असर पूरे दुनिया पर पड़ा है. तेल के दामों में बढ़ोतरी हुई है और अगर तनाव नहीं कम होता है तो यह और भी ज्यादा बढ़ सकता है. इसके अलावा दोनों देशों के नागरिक मूलभूत सुविधाओं का भी लाभ नहीं ले पा रहे हैं.
Israel-Iran Conflict: ईरान और इजरायल के बीच दिन-प्रतिदिन हालात और भी ज्यादा खराब होते जा रहा है. दोनों देशों के बीच लगातार ताबड़तोड़ हमले किए जा रहे हैं. महज तीन पहले शुरू हुए इस संघर्ष में ईरान को भारी नुकसान उठाना पड़ा है, वहीं इजरायल को भी इस तनाव की वजह से क्षति हुई है. हालांकि इतने के बाद भी दोनों देशों ने जवाबी कार्रवाई की कसम खाई है.
इजरायल की ओर से ईरान के बुनियादी ढांचे पर हमला किया गया है. जिसमें सैन्य नेतृत्व और ईरान की सबसे मजबूत हिस्सा तेल स्टोर को नुकसान पहुंचा है. ईरान के स्वास्थ्य मंत्रालय से मिली जानकारी के मुताबिक इस हमले में 224 लोगों की मौत हुई है. वहीं बारह सौ से भी ज्यादा लोग घायल हुए हैं. हालांकि कुछ रिपोर्ट में इससे कई ज्यादा मौतों का दावा किया जा रहा है. रिपोर्ट के मुताबिक ईरान में 406 लोगों की मौत हुई है, वहीं लगभग 700 के करीब लोग घायल हुए हैं.
ईरान की ओर से किए गए हमले में भी इजरायल को काफी क्षति पहुंची है. ईजरायल के अधिकारियों द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक ईरान ने 270 से भी ज्यादा मिसाइलें दागी हैं. जिसमें चौदह इजरायली की मौत हुई है. वहीं लगभग 400 लोगों के घायल होने की खबर है. इसके अलावा बहुस्तरीय वायु रक्षा को भी नुकसान पहुंचा है. वहीं इस लड़ाई में ईरानी अधिकारियों में इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) के खुफिया प्रमुख जनरल मोहम्मद काज़मी समेत अन्य दो जनरल की भी मौत हुई है. इसके अलावा कई वैज्ञानिकों की भी मौत की खबर मिली है. वहीं ईरानी अधिकारियों द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक विदेश मंत्रालय सहित प्रमुख सरकारी इमारतों और उत्तरी तेहरान में शाहरान तेल डिपो और दक्षिण में ईंधन टैंक सुविधा जैसे ऊर्जा प्रतिष्ठानों पर हमले हुए हैं. कुल मिलाकर दोनों देशों एक दूसरे पर लगातार कहर बरपा रहे हैं.
दोनों देशों की बीच बढ़े तनाव में सबसे ज्यादा नुकसान नागरिकों को उठाना पड़ रहा है. आम जीवन बुरी तरह से प्रभावित हुआ है. इजरायल की ओर से किए जा रहे इस हमले को 'ऑपरेशन राइजिंग लॉयन’ नाम दिया गया है. वहीं ईरान ने पलटवार करते हुए इस मिशन को 'ट्रू प्रॉमिस थ्री' नाम दिया है. इजरायली राष्ट्रपति को सुरक्षित जगह पर शिफ्ट किया गया है. हालांकि इस लड़ाई में अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भी खुलकर अपना मत इजरायल को दे रहे हैं. उन्होंने यह साफ किया है कि इजरायल में किसी भी अमेरिकी सम्पत्ति के नुकसान होने पर ईरान को भरपाई करना पड़ेगा. साथ ही उन्होंने यह उम्मीद जताई है कि दोनों देशों के बीच जल्द ही सबकुछ ठीक हो जाएगा. हालांकि इस तनाव का असर पूरे दुनिया पर पड़ा है. तेल के दामों में बढ़ोतरी हुई है और अगर तनाव नहीं कम होता है तो यह और भी ज्यादा बढ़ सकता है. इसके अलावा दोनों देशों के नागरिक मूलभूत सुविधाओं का भी लाभ नहीं ले पा रहे हैं.