Humaira Asghar Ali: पाकिस्तानी अभिनेत्री और मॉडल हुमैरा असगर अली की मौत ने मनोरंजन जगत को झकझोर दिया है. 32 वर्षीय हुमैरा का सड़ा-गला शव कराची के पॉश इत्तेहाद कमर्शियल इलाके में उनके किराए के फ्लैट में मिला. जांच में खुलासा हुआ कि उनकी मृत्यु संभवतः नौ महीने पहले, अक्टूबर 2024 में हो चुकी थी. यह घटना अकेलेपन और सामाजिक दूरी की दुखद कहानी को उजागर करती है.
हुमैरा का शव तब मिला, जब एक अदालती जमानतदार बेदखली का आदेश लागू करने उनके फ्लैट पहुंचा. मकान मालिक ने कई महीनों से किराया न मिलने की शिकायत की थी. वहीं जब पुलिस ने दरवाजा तोड़ा तो शव बुरी तरह सड़ चुका था. आसपास में पूछने के बाद पता चला कि हुमैरा को आखिरी बार सितंबर या अक्तूबर के आस-पास में घर के बाहर देखा गया था.
शुरुआती पोस्टमार्टम में मौत को एक महीने पुराना बताया गया, लेकिन डिजिटल रिकॉर्ड ने नया खुलासा किया. हुमैरा ने आखिरी बार फोन कॉल पर अक्टूबर में बात की थीं. वहीं उनकी अंतिम सोशल मीडिया 30 सितंबर 2024 को अपडेट किया गया था. इन सुरागों ने जांच को नई दिशा दी. पुलिस सर्जन डॉ. सुमैया सैयद ने पुष्टि की कि शव सड़न की अंतिम अवस्था में था. पुलिस को फ्लैट में जंग लगे बर्तन, एक्सपायर हो चुका खाना और सूखे पानी के पाइप मिले. बिजली का बिल अक्टूबर 2024 से बकाया था, जिसके बाद बिजली काट दी गई थी. बालकनी का दरवाजा खुला था, और उसी मंजिल का दूसरा फ्लैट फरवरी तक खाली था. इससे बदबू का पता चलने में देरी हुई.
पुलिस ने हत्या की आशंका से इनकार नहीं किया, लेकिन प्रारंभिक जांच में कोई गड़बड़ी नहीं मिली. फ्लैट अंदर से बंद था, मौत का सटीक कारण जानने के लिए फोरेंसिक और रासायनिक जांच जारी है. डीआईजी सैयद असद रजा ने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही सच्चाई सामने आएगी. हैरानी की बात है कि हुमैरा के परिवार ने शव लेने से इनकार कर दिया. उनके भाई नवीद असगर ने बताया कि हुमैरा ने सात साल पहले लाहौर से कराची जाकर परिवार से दूरी बना ली थी. परिवार का दावा है कि पिछले दो सालों में उनका हुमैरा से कोई संपर्क नहीं था. हुमैरा ने टीवी सीरियल ‘बेनाम’, ‘लाली’ और फिल्म ‘जलेबी’ (2015) में काम किया था. इंस्टाग्राम पर उनके 7 लाख से ज्यादा फॉलोअर्स थे, फिर भी उनकी मौत की खबर महीनों तक किसी को नहीं लगी. यह मामला मनोरंजन उद्योग में अकेलेपन की गंभीर समस्या को उजागर करता है.