इजरायल-हमास युद्धविराम के बाद उत्तरी गाजा में वापस लौटे फ़िलिस्तीनी, 15 महीने बाद घर वापसी से खुशी की लहर

इजरायल-हमास युद्धविराम के एक हिस्से के रूप में इजरायल ने पहली बार उत्तरी क्षेत्र को खोला. युद्ध के दौरान इन लोगों को विस्थापित कर दिया गया था और उन्हें गंदे तंबू शिविरों और पूर्व स्कूलों में शरण दी गई थी.

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Courtesy: Social Media

Israel-Hamas War: महीनों के विस्थापन और अराजकता के बाद हजारों फिलिस्तीनी आखिरकार उत्तरी गाजा लौट रहे हैं. ऑनलाइन सामने आई तस्वीरों में कई महीनों के बाद अपने घरों को लौट रहे नागरिकों के चेहरे पर खुशी साफ दिखाई दे रही है.

इजरायल-हमास युद्धविराम के एक हिस्से के रूप में इजरायल ने पहली बार उत्तरी क्षेत्र को खोला. युद्ध के दौरान इन लोगों को विस्थापित कर दिया गया था और उन्हें गंदे तंबू शिविरों और पूर्व स्कूलों में शरण दी गई थी.

2 लाख लोगों की घर वापसी 

संयुक्त राष्ट्र ने कहा कि सोमवार की सुबह गाजा में 200,000 से अधिक लोगों को उत्तर की ओर जाते देखा गया. गंदे तंबू शिविरों और पूर्व स्कूलों में शरण लेने वाले फिलिस्तीनियों को डर था कि इजरायल उन्हें उनके घरों में वापस नहीं जाने देगा. हालांकि युद्ध प्रभावित उत्तरी गाजा की वर्तमान स्थिति युद्ध से पहले की स्थिति से बिल्कुल विपरीत है, लेकिन लोग अपनी जड़ों की ओर वापस जाने से खुश हैं.

लोगों में खुशी की लहर

घटनास्थल से साझा की गई तस्वीरों के अनुसार फिलिस्तीनियों की खुश भीड़ जिनमें से कुछ बच्चों को पकड़े हुए या व्हीलचेयर को धक्का दे रहे थे,.पूरे दिन और रात में समुद्र के किनारे सड़क पर बिस्तर, पानी की बोतलें और अन्य सामान लेकर चल रहे थे. तीन बच्चों की मां यास्मीन अबू अमशाह ने बताया कि वह अपने क्षतिग्रस्त लेकिन रहने योग्य गाजा सिटी घर तक पहुंचने के लिए 6 किलोमीटर पैदल चलीं.

उन्होंने अपनी छोटी बहन को एक साल से अधिक समय में पहली बार देखा. उन्होंने कहा कि यह एक लंबी यात्रा थी, लेकिन एक सुखद यात्रा थी. चार बच्चों के पिता इस्माइल अबू मैटर ने उत्तरी गाजा के लिए क्रॉसिंग पॉइंट के पास कई दिनों तक इंतजार किया. उन्होंने खुशी के दृश्यों का वर्णन किया, जिसमें लोग गा रहे थे, प्रार्थना कर रहे थे और रो रहे थे. 

युद्धविराम से लौटी खुशियां

इज़राइल-हमास युद्धविराम का उद्देश्य इज़राइल और हमास के बीच अब तक लड़े गए सबसे घातक और सबसे विनाशकारी युद्ध को समाप्त करना है. 7 अक्टूबर को हुए हमले में उग्रवादियों ने करीब 1,200 लोगों को मार डाला. जिनमें से ज़्यादातर आम नागरिक थे और 250 लोगों को अगवा कर लिया. गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार इजरायल ने हवाई और ज़मीनी युद्ध के ज़रिए जवाब दिया. जिसमें 47,000 से ज़्यादा फ़िलिस्तीनी मारे गए. जिनमें से आधे से ज़्यादा महिलाएं और बच्चे थे. मंत्रालय ने यह नहीं बताया कि मरने वालों में कितने लड़ाके थे. इजरायल ने बिना सबूत दिए कहा कि उसने 17,000 से ज़्यादा उग्रवादियों को मार गिराया है. कुल मिलाकर गाजा के 2.3 मिलियन लोगों में से लगभग 90 प्रतिशत लोग विस्थापित हो गए हैं.

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