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बांग्लादेश में फिर से सियासी बवाल! यूनुस सरकार ने दी इस्तीफे की धमकी

छात्र नेता और नेशनल सिटीजन पार्टी (एनसीपी) के संयोजक नाहिद इस्लाम ने यूनुस से मुलाकात की. उन्होंने यूनुस को इस्तीफा न देने के लिए मनाया. नाहिद ने कहा कि यूनुस मौजूदा राजनीतिक माहौल में काम करने में असमर्थ महसूस कर रहे हैं. ढाका में छात्र और इस्लामवादी सेना छावनी तक मार्च की योजना बना रहे हैं.

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Courtesy: Social Media

Bangladesh Protest: बांग्लादेश में अंतरिम सरकार के प्रमुख मुहम्मद यूनुस ने इस्तीफे की धमकी देकर देश की राजनीति में एक बार फिर से हलचल ला दिया है. यह कदम बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) के विरोध प्रदर्शन और सेना प्रमुख जनरल वकर-उज-जमान की चेतावनी के बाद आया है. ढाका में तनाव बढ़ रहा है, क्योंकि छात्र नेता और इस्लामवादी शुक्रवार की नमाज के बाद विरोध मार्च की तैयारी कर रहे हैं.

मुहम्मद यूनुस ने कहा कि अगर सभी राजनीतिक दल उन्हें पूरा समर्थन नहीं देंगे, तो वह पद छोड़ देंगे. बीएनपी ने गुरुवार को चुनाव के लिए स्पष्ट रोडमैप की मांग की. सेना प्रमुख ने भी दिसंबर 2025 तक चुनाव कराने का आदेश दिया है. यूनुस ने बीबीसी बांग्ला को बताया कि मुझे बंधक बनाया जा रहा है. मैं इस तरह काम नहीं कर सकता.

छात्र नेताओं का बढ़ता दबाव

छात्र नेता और नेशनल सिटीजन पार्टी (एनसीपी) के संयोजक नाहिद इस्लाम ने यूनुस से मुलाकात की. उन्होंने यूनुस को इस्तीफा न देने के लिए मनाया. नाहिद ने कहा कि यूनुस मौजूदा राजनीतिक माहौल में काम करने में असमर्थ महसूस कर रहे हैं. ढाका में छात्र और इस्लामवादी सेना छावनी तक मार्च की योजना बना रहे हैं. सोशल मीडिया पर मशाल जुलूस के वीडियो भी वायरल हो रहे हैं. सेना प्रमुख जनरल वकर-उज-जमान ने यूनुस को चेतावनी दी कि वह सैन्य मामलों में हस्तक्षेप न करें. उन्होंने कहा कि दिसंबर तक चुनाव जरूरी हैं. जनरल ने ढाका में सैन्य एकता का प्रदर्शन करते हुए कहा कि हिंसा और अराजकता अब बर्दाश्त नहीं होगी. कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि यूनुस छात्रों और इस्लामवादियों का इस्तेमाल सत्ता बनाए रखने के लिए कर सकते हैं.

बीएनपी की मांग और आवामी लीग पर प्रतिबंध

बीएनपी ने यूनुस सरकार पर दबाव बढ़ाया है. पार्टी ने ढाका साउथ सिटी मेयर पद के लिए अपने उम्मीदवार की घोषणा और दो मंत्रियों के इस्तीफे की मांग की. शेख हसीना की अवामी लीग पर प्रतिबंध के बाद, बीएनपी को सत्ता में आने का मौका दिख रहा है. लेकिन यूनुस के चुनाव टालने की आशंका से बीएनपी बेचैन है.

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