Saudi Arabia: हज यात्रा के दौरान अनधिकृत भागीदारी पर लगाम लगाने लिए सऊदी अरब ने सख्त कदम उठाए हैं. जिसके तहत ई-वीजा, फैमली टूर वीजा, टूर वीजा और ब्लॉक वर्क वीजा पर अस्थायी प्रतिबंध लगा दिया गया है. यह प्रतिबंध पिछले महीने से लागू है और 30 जून तक प्रभावी रहेगा. इसका मकसद हज यात्रा को सुरक्षित और व्यवस्थित बनाना है.
यह प्रतिबंध 14 देशों पर लागू किया गया है. इनमें भारत, बांग्लादेश, पाकिस्तान, अल्जीरिया, मिस्र, इंडोनेशिया, इराक, जॉर्डन, यमन, मोरक्को, नाइजीरिया, इथियोपिया, सूडान और ट्यूनीशिया शामिल हैं. सऊदी अधिकारियों ने इन देशों से आने वाले यात्रियों पर विशेष नजर रखी है. इसका कारण वीजा के दुरुपयोग की शिकायतें हैं.
ब्लॉक वर्क वीजा सऊदी अरब में नियोक्ताओं को जारी किया जाता है. यह वीजा कंपनियों को विदेशी कर्मचारियों को थोक में लाने की अनुमति देता है. यह निर्माण, आतिथ्य और घरेलू सेवाओं जैसे क्षेत्रों में इस्तेमाल होता है. दक्षिण एशिया और अफ्रीका के श्रमिक इस वीजा पर निर्भर हैं. यह वीजा विदेशी नागरिकों को रोजगार का पहला कदम प्रदान करता है. सऊदी अरब ने ब्लॉक वर्क वीजा पर रोक इसलिए लगाई है, क्योंकि कुछ लोग इसका दुरुपयोग कर रहे थे. कई लोग वर्क वीजा पर देश में प्रवेश करते थे और फिर बिना परमिट के हज यात्रा में शामिल हो जाते थे. इससे हज के दौरान भीड़भाड़ बढ़ती थी. इससे सुरक्षा और स्वास्थ्य मानकों को खतरा हुआ.
हज यात्रा इस्लाम का एक महत्वपूर्ण धार्मिक आयोजन है. जहां दुनिया भर से हर साल लाखों लोग आते हैं. अनधिकृत यात्रियों के कारण भीड़ बढ़ने से व्यवस्था बिगड़ती है. पिछले साल हज के दौरान भीड़ से कई समस्याएं हुई थीं. सऊदी अधिकारी इस बार ऐसी स्थिति से बचना चाहते हैं. इसलिए वीजा नियमों को सख्त किया गया है. यह प्रतिबंध उन लोगों के लिए परेशानी का कारण बन सकता है, जो सऊदी अरब में काम करने की योजना बना रहे थे. खासकर दक्षिण एशिया और अफ्रीका के श्रमिकों पर इसका असर पड़ेगा. सऊदी प्रशासन ने कहा कि यह कदम अस्थायी है और हज सीजन खत्म होने के बाद स्थिति सामान्य हो सकती है.
Saudi Arabia: हज यात्रा के दौरान अनधिकृत भागीदारी पर लगाम लगाने लिए सऊदी अरब ने सख्त कदम उठाए हैं. जिसके तहत ई-वीजा, फैमली टूर वीजा, टूर वीजा और ब्लॉक वर्क वीजा पर अस्थायी प्रतिबंध लगा दिया गया है. यह प्रतिबंध पिछले महीने से लागू है और 30 जून तक प्रभावी रहेगा. इसका मकसद हज यात्रा को सुरक्षित और व्यवस्थित बनाना है.
यह प्रतिबंध 14 देशों पर लागू किया गया है. इनमें भारत, बांग्लादेश, पाकिस्तान, अल्जीरिया, मिस्र, इंडोनेशिया, इराक, जॉर्डन, यमन, मोरक्को, नाइजीरिया, इथियोपिया, सूडान और ट्यूनीशिया शामिल हैं. सऊदी अधिकारियों ने इन देशों से आने वाले यात्रियों पर विशेष नजर रखी है. इसका कारण वीजा के दुरुपयोग की शिकायतें हैं.
ब्लॉक वर्क वीजा सऊदी अरब में नियोक्ताओं को जारी किया जाता है. यह वीजा कंपनियों को विदेशी कर्मचारियों को थोक में लाने की अनुमति देता है. यह निर्माण, आतिथ्य और घरेलू सेवाओं जैसे क्षेत्रों में इस्तेमाल होता है. दक्षिण एशिया और अफ्रीका के श्रमिक इस वीजा पर निर्भर हैं. यह वीजा विदेशी नागरिकों को रोजगार का पहला कदम प्रदान करता है. सऊदी अरब ने ब्लॉक वर्क वीजा पर रोक इसलिए लगाई है, क्योंकि कुछ लोग इसका दुरुपयोग कर रहे थे. कई लोग वर्क वीजा पर देश में प्रवेश करते थे और फिर बिना परमिट के हज यात्रा में शामिल हो जाते थे. इससे हज के दौरान भीड़भाड़ बढ़ती थी. इससे सुरक्षा और स्वास्थ्य मानकों को खतरा हुआ.
हज यात्रा इस्लाम का एक महत्वपूर्ण धार्मिक आयोजन है. जहां दुनिया भर से हर साल लाखों लोग आते हैं. अनधिकृत यात्रियों के कारण भीड़ बढ़ने से व्यवस्था बिगड़ती है. पिछले साल हज के दौरान भीड़ से कई समस्याएं हुई थीं. सऊदी अधिकारी इस बार ऐसी स्थिति से बचना चाहते हैं. इसलिए वीजा नियमों को सख्त किया गया है. यह प्रतिबंध उन लोगों के लिए परेशानी का कारण बन सकता है, जो सऊदी अरब में काम करने की योजना बना रहे थे. खासकर दक्षिण एशिया और अफ्रीका के श्रमिकों पर इसका असर पड़ेगा. सऊदी प्रशासन ने कहा कि यह कदम अस्थायी है और हज सीजन खत्म होने के बाद स्थिति सामान्य हो सकती है.