Donald Trump Warns Hamas: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने फिलिस्तीनी उग्रवादी समूह हमास को कड़ी चेतावनी दी है. उन्होंने कहा कि हमास को अच्छा व्यवहार करना होगा, नहीं तो उसे मिटा दिया जाएगा. यह बयान इजरायल द्वारा गाजा में युद्धविराम उल्लंघन का आरोप लगाने के बाद आया है.
ट्रंप ने यह बात सोमवार को वाशिंगटन में ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री एंथनी अल्बानीज के साथ पत्रकारों से बातचीत में कही. ओवल ऑफिस में 79 वर्षीय ट्रंप ने कहा कि मध्य पूर्व में पहली बार शांति है. इस समझौता के मुताबिक हमास अच्छा व्यवहार करेंगे अगर वे ऐसा नहीं करेंगे, तो हम उन्हें मिटा देंगे. उन्होंने आगे कहा कि हमास ने बहुत से लोगों की जान ली है. वे हिंसक लोग हैं. अब उन्हें ईरान या किसी का समर्थन नहीं है. उन्हें अच्छा होना होगा, वरना उन्हें मिटा दिया जाएगा.
ट्रंप ने यह भी स्पष्ट किया कि अमेरिका मध्य पूर्व में शांति के लिए सेना तैनात नहीं करेगा. उनका कहना था कि क्षेत्र में शांति बनाए रखने के लिए कूटनीतिक प्रयास ही काफी हैं. इजरायल ने शनिवार को गाज़ा में हवाई हमले शुरू किए. उसका कहना था कि हमास ने युद्धविराम समझौते का उल्लंघन किया. इजरायल के अनुसार, हमास के आतंकवादियों ने राफा में उसके सैनिकों पर टैंक-रोधी मिसाइल और गोलीबारी की, जिसमें दो सैनिक मारे गए. इसके जवाब में इजरायल ने गाज़ा पर हवाई हमले किए, जिसमें 44 लोगों के मारे जाने की खबर है. हालांकि, हमास ने इन आरोपों को खारिज कर दिया. उसने इजरायल पर दुष्प्रचार फैलाने का आरोप लगाया. हमास का कहना है कि इजरायल ही आपराधिक गिरोहों को हथियार और धन दे रहा है, जो हत्याएं, अपहरण और फ़िलिस्तीनी नागरिकों पर हमले कर रहे हैं.
इजरायल ने रविवार को घोषणा की कि उसने गाज़ा में युद्धविराम समझौते को नए सिरे से लागू किया है. यह समझौता ट्रंप के प्रयासों का हिस्सा था, जिसका मकसद दो साल से चल रहे युद्ध को खत्म करना था. लेकिन ताजा घटनाओं ने क्षेत्र में तनाव फिर से बढ़ा दिया है. ट्रंप का यह बयान मध्य पूर्व में शांति स्थापित करने की उनकी नीति को दर्शाता है. उन्होंने हमास को चेतावनी दी कि बिना समर्थन के वह कमज़ोर है. लेकिन हमास और इजरायल के बीच बढ़ता तनाव शांति की राह में बड़ी चुनौती है. दोनों पक्ष एक-दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं, जिससे युद्धविराम समझौता कमज़ोर पड़ता दिख रहा है.