ब्राउन राइस या सफेद चावल? आपके स्वास्थ्य के लिए कौन सा बेहतर

सफेद चावल और ब्राउन राइस में ज्यादा अच्छा क्या है? यह सवाल सबके मन में आता है. दोनों चावलों के बारे में आज अच्छे से समझेंगे और अपने सेहत और जरूरतों के हिसाब से सही चावल को अपने लिए चुनेंगे.

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Courtesy: Social Media

Brown Rice or White Rice: स्वास्थ की दृष्टि से लोग चावल खाने से परहेज करते हैं. हालांकि कुछ लोग कोशिश करते हैं कि सफेद चावल के बजाए ब्राउन राइस खाए, लेकिन सवाल यह है कि दोनों में से ज्यादा अच्छा चावल आपके लिए कौन है? तो एक्सपर्ट की माने तो दोनों के अपने फायदे और नुकसान होते हैं, 

दोनों चावलों के बारे में आज अच्छे से समझेंगे और अपने सेहत और जरूरतों के हिसाब से सही चावल को अपने लिए चुनेंगे. एक्सपर्ट्स बताते हैं कि दोनों चावल अलग-अलग लोगों के लिए उपयुक्त हैं. हालांकि अलग-अलग शरीर पर अलग-अलग परिणाम देता है. 

ब्राउन राइस के फायदे-नुकसान 

ब्राउन राइस एक साबुत अनाज है. इसमें चोकर, बीज और भ्रूणपोष होता है. यह फाइबर, विटामिन और खनिजों से भरपूर है. भूरे चावल में मैंगनीज, सेलेनियम और मैग्नीशियम ज्यादा होता है. इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम है. यह रक्त शर्करा को नियंत्रित रखता है. उच्च फाइबर के कारण यह पाचन को बेहतर बनाता है. यह भूख को भी लंबे समय तक काबू में रखता है. मधुमेह या प्री-डायबिटीज के मरीजों के लिए ब्राउन राइस बेहतर है. इसका कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स रक्त शर्करा को स्थिर रखता है. फाइबर की अधिक जरूरत वाले लोग इसे चुन सकते हैं. स्वस्थ लोग भी इसे अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं. यह पौष्टिक और स्वास्थ्यवर्धक है.

पाचन समस्याओं जैसे क्रोहन रोग या आईबीएस से पीड़ित लोगों को ब्राउन राइस नहीं खाना चाहिए. इसका उच्च फाइबर पाचन को नुकसान पहुंचा सकता है. फाइटिक एसिड आयरन और जिंक के अवशोषण को रोकता है. जिन्हें इन खनिजों की कमी है, उन्हें सावधानी बरतनी चाहिए.

सफेद चावल किसके लिए सही?

सफेद चावल को परिष्कृत किया जाता है. इसमें चोकर और अंकुर हटा दिए जाते हैं. यह खाली कैलोरी देता है. लेकिन यह पचाने में आसान है. संवेदनशील पेट वालों के लिए यह अच्छा है. इसका उच्च ग्लाइसेमिक इंडेक्स तुरंत ऊर्जा देता है. यह एथलीटों के लिए फायदेमंद है. एथलीट या अधिक ऊर्जा की जरूरत वाले लोग सफेद चावल खा सकते हैं. यह त्वरित ऊर्जा का स्रोत है. पाचन समस्याओं वाले लोग इसे आसानी से पचा सकते हैं. यह ग्लूटेन-मुक्त है, जो मधुमेह रोगियों के लिए ठीक है.

मधुमेह या प्री-डायबिटीज वाले लोगों को सफेद चावल कम खाना चाहिए. इसका उच्च ग्लाइसेमिक इंडेक्स रक्त शर्करा बढ़ा सकता है. वजन कम करने की कोशिश करने वालों के लिए यह सही नहीं है. इसमें कैलोरी ज्यादा होती है. भूरा और सफेद चावल दोनों की अपनी खासियत है. अगर आप पोषण और फाइबर चाहते हैं, तो ब्राउन राइस चुनें. अगर आपको त्वरित ऊर्जा चाहिए, तो सफेद चावल बेहतर है. अपनी सेहत और जरूरतों के हिसाब से चावल चुनें. 

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