उत्तर भारत में सर्दी धीरे-धीरे दस्तक दे रही है. सुबह की ठंडक बढ़ गई है. जिसकी वजह से गले में खराश, काम करने में आलस की समस्या बढ़ती जा रही है. बड़े शहरों में कोहरा और प्रदूषण की समस्या भी काफी परेशानी कर रही है. ऐसे में गर्म कपड़े के साथ-साथ गर्म पेय भी जरूरी हो जाते हैं.
तापमान गिरते ही लोग कम पानी पीने लगते हैं. जिसकी वजह से पाचन धीमा पड़ जाता है. शरीर सूखी हवा से परेशान होता है. लेकिन ठंड में गर्म पेय इन कमियों को पूरा करते हैं. ये हाइड्रेशन बनाए रखते हैं और इम्यूनिटी बढ़ाते हैं. साथ ही साथ पाचन भी सुधारता हैं. सदियों से भारतीय घरों में ये उपाय इस्तेमाल हो रहे हैं.
भारतीय घरों में यह सबसे लोकप्रिय है. अदरक शरीर को अंदर से गर्म करती है और पाचन ठीक करती है. साथ ही गले की खराश दूर करती है. इसलिए स्मॉग और ठंडी हवा से परेशान लोगों इसका रेगुलर सेवन कर सकते हैं और खुद को और भी ज्यादा बेहतर महसूस कर सकते हैं.
इसे गोल्डन मिल्क भी कहते हैं. हल्दी आपके शरीर के सूजन कम करती है. रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाती है. गर्म दूध पीने से सही समय पर नींद भी आता है इसलिए इसे रात में पीना फायदेमंद माना जाता है. ठंडी रातों में आराम देता है.
यह एक सरल लेकिन असरदार तरीका है. गर्म पानी शरीर को हाइड्रेट रखता है और जुकाम दूर करता है. सुबह ठंडे पानी से बेहतर उसमें नींबू डालें. जिससे आपको विटामिन सी मिलेगा.
जीरा पाचन सुधारता है. ब्लोटिंग कम करता है. ठंड में शरीर धीमा होता है, जिसकी वजह से खाना भी सही नहीं पचता है. इससे बचने के लिए आप जीरा पानी पीए. यह हल्का और पेट के लिए अच्छा माना जाता है.
जब मौसम असहज लगे. तुलसी गले की सेहत अच्छी रखती है. इम्यूनिटी सपोर्ट करती है. भारी नहीं लगता. सर्दी-खांसी चुपके से आती है. यह रोकथाम करता है.