World Beard Day 2023: जानिए क्यों मनाया जाता है वर्ल्ड बियर्ड डे, क्या है इसको मनाने के पीछे का इतिहास

World Beard Day 2023: आजकल के युवा अपने बियर्ड को लेकर काफी ट्रेंड हैं. युवा हर नया आने वाला ट्रेंड फॉलो करते हैं. पुरुष अपने मूँछों और दाढ़ी का बहुत अच्छे से ख्याल रखते हैं. तो चलिए आज वर्ल्ड बियर्ड डे के मौके पर जानते हैं कि आखिर इसे क्यों मनाया जाता है. बियर्ड डे […]

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World Beard Day 2023: आजकल के युवा अपने बियर्ड को लेकर काफी ट्रेंड हैं. युवा हर नया आने वाला ट्रेंड फॉलो करते हैं. पुरुष अपने मूँछों और दाढ़ी का बहुत अच्छे से ख्याल रखते हैं. तो चलिए आज वर्ल्ड बियर्ड डे के मौके पर जानते हैं कि आखिर इसे क्यों मनाया जाता है.

बियर्ड डे का इतिहास-

पुरुषों की दाढ़ी होना उनके मर्दानगी और सुंदरता की निशानी होती है. हालांकि कुछ समुदायों में दाढ़ी को धार्मिक मान्यताएं से भी जोड़ते हैं. तो वहीं आजकल के जेनरेशन के लिए दाढ़ी रखना एक फैशन हो गया है. आजकल ज्यादातर लड़के दाढ़ी में ही देखने को मिलते हैं.

बियर्ड डे का महत्व-

पिछले कई सालों से वर्ल्ड बियर्ड डे बेहद पारम्परिक तरीके से मनाया जाता है. आपको बता दें कि इस दिन स्पेन के दक्षिण में दाढ़ी वाले और बिना दाढ़ी वालों के बीच बॉक्सिंग का मुकाबला होता है. स्वीडन में बिना दाढ़ी वाले लोगों को शहर से बाहर कर दिया जाता है. इसको मनाने का उद्देश्य यही होता है कि, इसके जरिए लोगों में प्रोस्टेट कैंसर के बारे में बताया जा सके.

बियर्ड डे का इतिहास-

अक्सर आपने देखा होगा कि, 15 साल के बाद लड़को को दाढ़ी आने लगता है. पुरुषों का दाढ़ी होना उनके मर्दानगी को दर्शाता है. पुरुषों कला दाढ़ी होने को सामाजिक स्थिति से भी जोड़ा जाता है. वहीं कुछ समुदाय में दाढ़ी को धार्मिक मान्यताएं से भी जोड़कर देखा जाता है. ऐसे में चाहे धार्मिक परंपरा हो या फैशल के नाते हो हर साल 18 अक्टूबर को वर्ल्ड बियर्ड डे मनाया जाता है.

World Beard Day 2023: आजकल के युवा अपने बियर्ड को लेकर काफी ट्रेंड हैं. युवा हर नया आने वाला ट्रेंड फॉलो करते हैं. पुरुष अपने मूँछों और दाढ़ी का बहुत अच्छे से ख्याल रखते हैं. तो चलिए आज वर्ल्ड बियर्ड डे के मौके पर जानते हैं कि आखिर इसे क्यों मनाया जाता है.

बियर्ड डे का इतिहास-

पुरुषों की दाढ़ी होना उनके मर्दानगी और सुंदरता की निशानी होती है. हालांकि कुछ समुदायों में दाढ़ी को धार्मिक मान्यताएं से भी जोड़ते हैं. तो वहीं आजकल के जेनरेशन के लिए दाढ़ी रखना एक फैशन हो गया है. आजकल ज्यादातर लड़के दाढ़ी में ही देखने को मिलते हैं.

बियर्ड डे का महत्व-

पिछले कई सालों से वर्ल्ड बियर्ड डे बेहद पारम्परिक तरीके से मनाया जाता है. आपको बता दें कि इस दिन स्पेन के दक्षिण में दाढ़ी वाले और बिना दाढ़ी वालों के बीच बॉक्सिंग का मुकाबला होता है. स्वीडन में बिना दाढ़ी वाले लोगों को शहर से बाहर कर दिया जाता है. इसको मनाने का उद्देश्य यही होता है कि, इसके जरिए लोगों में प्रोस्टेट कैंसर के बारे में बताया जा सके.

बियर्ड डे का इतिहास-

अक्सर आपने देखा होगा कि, 15 साल के बाद लड़को को दाढ़ी आने लगता है. पुरुषों का दाढ़ी होना उनके मर्दानगी को दर्शाता है. पुरुषों कला दाढ़ी होने को सामाजिक स्थिति से भी जोड़ा जाता है. वहीं कुछ समुदाय में दाढ़ी को धार्मिक मान्यताएं से भी जोड़कर देखा जाता है. ऐसे में चाहे धार्मिक परंपरा हो या फैशल के नाते हो हर साल 18 अक्टूबर को वर्ल्ड बियर्ड डे मनाया जाता है.