CM Eknath Shinde: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने गुरुवार को कहा कि छत्रपति शिवाजी महाराज के स्वराज्य निर्माण के लिए महत्वपूर्ण योगदान देने वाले 12 किलों को विश्व धरोहर सूची में शामिल करने के लिए प्रयास जारी है. उन्होंने कहा कि छत्रपति शिवाजी महाराज द्वारा बनाए गए ये किले सिर्फ वास्तुकला ही नहीं बल्कि ऐतिहासिक विरासत हैं जो हर किसी को प्रेरित करती हैं. महाराष्ट्र सरकार के सांस्कृतिक मामलों के विभाग और पुरातत्व संग्रहालय द्वारा बीते दिन सह्याद्री गेस्ट हाउस में एक बैठक का आयोजन किया गया था.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, इसमें बोलते हुए सीएम शिंदे ने कहा कि राज्य सरकार निश्चित रूप से इस विरासत को वैश्विक स्तर पर ले जाने के लिए हर संभव प्रयास करेगी. बताया जा रहा है कि सह्याद्री में बैठक भारत के मराठा सैन्य परिदृश्यों के नामांकन के संबंध में आयोजित की गई थी. इस बैठक में सांस्कृतिक कार्य मंत्री सुधीर मुनगंटीवार, कौशल विकास विभाग के मंत्री मंगल प्रभात लोढा, विश्व धरोहर समिति के 46 वें अधिवेशन के अध्यक्ष और युनेस्को के भारत के राजदूत व स्थायी प्रतिनिधि विशाल शर्मा आदि शामिल हुए.
इस बीच मिली जानकारी के अनुसार, भारत ने महाराष्ट्र के महत्वपूर्ण विरासत मराठा सैन्य परिदृश्यों को वैश्विक विरासत स्थलों की लिस्ट में शामिल करने के लिए एक प्रस्ताव भेजा है. इनमें महाराष्ट्र के सलहेर, लोहगढ़, शिवनेरी, रायगढ़, सुवर्णदुर्ग, पन्हाला, सिंधुदुर्ग, खंडेरी, राजगढ़, प्रतापगढ़ शामिल हैं.इसके अलावा एक जिंजी किले का नाम भी भेजा गया हैस जो कि तमिलनाडु में है.
सीएम एकनाथ शिंदे ने बैठक में कहा कि छत्रपति शिवाजी महाराज के काल के 12 किलों को विश्व धरोहर स्थलों की सूची में शामिल करने के लिए प्रस्ताव भेजने का निर्णय लिया गया है. हम छत्रपति शिवाजी महाराज के काल के किलों के पुनर्जीवित करने का प्रयास कर रहे हैं.