Delhi Air Pollution: “आप” ने बढ़ते प्रदूषण के लिए हरियाणा सरकार को ठहराया जिम्मेदार, जानिए क्या बोली प्रियंका कक्कड़?

Delhi Air Pollution: “आम आदमी पार्टी” (आप) की राष्ट्रीय मुख्य प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने हरियाणा सरकार पर जमकर निशानेबाजी की. इस दौरान उन्होंने पराली की वजह से दिल्ली में बढ़ते वायु प्रदूषण को लेकर राज्य के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को जिम्मेदार ठहराया है. उन्होंने यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ का हवाला देते हुए कहा […]

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Delhi Air Pollution: “आम आदमी पार्टी” (आप) की राष्ट्रीय मुख्य प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने हरियाणा सरकार पर जमकर निशानेबाजी की. इस दौरान उन्होंने पराली की वजह से दिल्ली में बढ़ते वायु प्रदूषण को लेकर राज्य के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को जिम्मेदार ठहराया है. उन्होंने यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ का हवाला देते हुए कहा कि गाजियाबाद में उतरते ही आंखें जलने लगती हैं. यह सारा प्रदूषण हरियाणा का है. कक्कड़ ने कहा कि 45 हजार वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैले हरियाणा में केवल 29 स्थानों की मॉनिटरिंग होती है. इनमें से 21 एनसीआर में हैं. हरियाणा सरकार प्रदूषण को कम करने को लेकर कोई भी रुचि नहीं दिखा रही है.

दिल्ली में है 40 मॉनिटरिंग सेंटर- कक्कड़

कक्कड़ ने आगे बोलते हुए कहा, कि इसके उलट दिल्ली में पढ़ी लिखी सरकार है. जहां प्रदूषण नियंत्रण को लेकर 40 मॉनिटरिंग सेंटर हैं. लगभग 37 किलोमीटर पर एक मॉनिटरिंग सेंटर बनाया गया है. इसी तरह दिल्ली के आधार पर पंजाब सरकार ने पराली पर काम किया है. वहां पर प्रदूषण को लेकर 50 से 70 प्रतिशत तक की कमी आई है. उन्होंने कहा कि वहीं हरियाणा में 10 साल से खट्टर सरकार है, लेकिन वो प्रदूषण पर नियंत्रण को लेकर कोई ध्यान नहीं देती है.

प्रदूषण की नहीं होती मॉनिटरिंग-कक्कड़

कक्कड़ ने कहा कि यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बार बार जिक्र किया था कि जब वे गाजियाबाद आए थे तो उन्हें प्रदूषण झेलना पड़ा था. इसके पीछे की वजह हरियाणा है. हरियाणा में प्रदूषण के नियंत्रण को लेकर कोई भी मॉनिटरिंग नहीं होती है. वहीं कक्कड़ ने कहा कि दिल्ली से सटे यूपी के इलाकों में भी मॉक प्रदूषण का स्तर काफी अधिक बढ़ गया है लेकिन मॉनिटरिंग ठीक से नहीं हो रही है. हम लोग दिल्ली में प्रदूषण को कम करने का प्रयास कर रहे है. पंजाब में भी हम काम कर रहे हैं. ताकि पराली जलाने से होने वाले प्रदूषण को कम किया जा सके.