बजट पेश करने से पहले राष्ट्रपति मुर्मू ने निर्मला सीतारमण को खिलाई दही-चीनी, देखें वीडियो

संसद में केंद्रीय बजट 2025 पेश करने से पहले केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की. परंपरागत तरीके से राष्ट्रपति मुर्मू ने सीतारमण को दही-चीनी खिलाई, जो बजट की सफल प्रस्तुति के लिए सौभाग्य और आशीर्वाद का प्रतीक है.

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Courtesy: Social Media

Budget 2025: संसद में केंद्रीय बजट 2025 पेश करने से पहले केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की. परंपरागत तरीके से राष्ट्रपति मुर्मू ने सीतारमण को दही-चीनी खिलाई, जो बजट की सफल प्रस्तुति के लिए सौभाग्य और आशीर्वाद का प्रतीक है.

वित्त मंत्री को राष्ट्रपति के साथ बजट प्रस्तावों की रूपरेखा पर चर्चा करते हुए भी देखा गया. अब वह कैबिनेट बैठक के लिए रवाना होंगी, जहां संसद में पेश किए जाने से पहले बजट को मंजूरी दी जाएगी. आज के इस खास मौके पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बिहार की चर्चित मधुबनी पेंटिंग बनी सारी पहने नजर आईं. जो की बिहार की खास कला को ना केवल पूरे देश बल्कि पूरी दुनिया के सामने दर्शा रहा है. 

'बही खाते' के बजाय टैब

सीतारमण आज संसद में केंद्रीय बजट 2025 पेश करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं. वह पारंपरिक 'बही खाते' के बजाय टैब के माध्यम से बजट पेश करेंगी और पढ़ेंगी. यह सीतारमण का लगातार आठवां बजट होगा. यह सीतारमण को पूर्व प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई द्वारा अलग-अलग समय अवधि में पेश किए गए 10 बजटों के रिकॉर्ड के करीब ले जाएगा. देसाई ने 1959-1964 के बीच वित्त मंत्री के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान कुल 6 बजट पेश किए हैं, और 1967-1969 के बीच 4 बजट पेश किए हैं. 

निर्मला सीतारमण का लगातार 8वां बजट

पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम और प्रणब मुखर्जी ने अलग-अलग प्रधानमंत्रियों के तहत क्रमशः नौ और आठ बजट पेश किए. हालांकि, सीतारमण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के तहत लगातार आठ बजट पेश करने का रिकॉर्ड बनाए रखेंगी. 2019 में उन्हें भारत की पहली पूर्णकालिक महिला वित्त मंत्री के रूप में नियुक्त किया गया था. जब प्रधानमंत्री मोदी ने निर्णायक दूसरा कार्यकाल जीता था. तब से लेकर अभी तक निर्मला सीतारमण लगातार बजट पेश कर रही है. इस बार के बजट से सभी वर्ग के लोगों को कई उम्मीदें हैं. आने वाले कुछ समय में यह पता चल जाएगा कि वित्त मंत्री देश की उम्मीदें पूरा कर पाती हैं या नहीं. 

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