Mainpuri: उत्तर प्रदेश के हाथरस में सत्संग के दौरान भगदड़ में अब तक 116 लोगों के मरने की पुष्टि हुई है जबकि 18 लोग गंभीर रूप से घायल है. इस हादसे के बाद से फरार सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक हादसे के बाद बाबा नारायन साकार हरि उर्फ भोले बाबा अपने प्रवास स्थल मैनपुरी पहुंच गया है. बाबा का आश्रम स्थल मैनपुरी के थाना बिछवां के हरिनगर में स्थित है. भोले बाबा के आश्रम के बाहर पुलिस बल तैनात कर दिया गया है. आश्रम में अधिक संख्या में भक्त भी मौजूद है.
वहीं, पुलिस ने 'भोले बाबा' की तलाश में मैनपुरी जिले के राम कुटीर चैरिटेबल ट्रस्ट में तलाशी अभियान चलाया, जिन्होंने हाथरस में सत्संग आयोजित किया था. पुलिस का कहना है कि सत्संग को आयोजित कराने वालों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी.
उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने हाथरस में मची भगदड़ के लिए संभावित कारणों में भीड़ को एक प्रमुख कारण बताया है. इस हादसे में अब तक 116 लोगों की मौत हो गई है. हाथरस में सत्संग के बाद मची भगदड़ के बाद मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह प्रदेश के पुलिस महानिदेशक(डीजीपी) प्रशांत कुमार के साथ मौके पर पहुंचे. 'भोले बाबा' के गाड़ी के पीछे अनुयायी दौड़ रहे थे. यह भी कहा जा रहा है कि लोग उनके जाने के बाद, वहां की मिट्टी लेकर पूजा करते है. यह हुआ की लोग झुकने लगे और बाद में वे गिर गए जिससे भगदड़ मची.
जब मीडिया ने पूछा कि इस कार्यक्रम में कितने लोगों को शामिल होने की अनुमति दी गई थी, तो उन्होंने कहा, "अनुमति संख्या के हिसाब से नहीं दी गई थी. लेकिन, कार्यक्रम के लिए आवेदन में संख्या 80,000 बताई गई थी, जबकि उससे कहीं ज्यादा थी. उन्होंने हादसे का ब्योरा देते हुए कहा कि 116 लोगों में से 7 बच्चे, 1 पुरुष और बाकी महिलाएं है. मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने बताया कि अब तक 72 मृतकों की पहचान हो गई है.