Delhi Pollution: दिल्ली-एनसीआर में दिवाली धूम-धाम से मनाई गई. पटाखों पर प्रतिबंध के बावजूद लोगों ने रात भर आतिशवाजी की. कुछ घंटे बाद ही पूरा शहर मानों गैस चैंबर में तबदील हो गया हो. रात भर जलाए गए पटाखे के कारण पूरे शहर में धुएं का बादल छा गया. प्रदूषण का स्तर 700 के पार तक चला गया. दिल्ली में औसत AQI 556 दर्ज किया गया.
दिल्ली के आनंद विहार इलाके में एक्यूआई 714 तो वहीं डिफेंस कॉलोनी में वायु गुणवत्ता 631 दर्ज किया गया. कई इलाकों में एक्यूआई 400 के पार रहा. पॉल्यूशन के कारण हवा में सांस लेना भी मुश्किल हो गया, नाक और गले में जलन महसूस होने लगी. हालांकि सुबह में मौसम के बदलाव के कारण थोड़ी राहत मिली.
पटाखों पर प्रतिबंध
दिल्ली में दिवाली से पहले ही प्रदूषण का स्तर काफी बढ़ा हुआ है. पड़ोसी राज्यों में पराली जलाने के कारण दिल्ली की हवा में जहर घुल चुकी थी, इसके बाद दिल्ली वालों ने भी पटाखे जलाकर पूरे दिल्ली को गैस चैंबर बना दिया. सरकार को दिवाली के बाद होने वाले प्रदूषण का अंदाजा था, जिसकी वजह से पटाखों पर प्रतिबंध लगाए गए थें. हालांकि इसका भी कोई असर नहीं हुआ. दिल्ली-एनसीआर वालों ने मिलकर पटाखे जलाए और उसका एक्यूआई लेवल 700 के पार पहुंचा दिया.
प्रदूषण का लेवल पार
मौसम विभाग के पैरामीटर की बात करें तो AQI 50 तक अच्छा माना जाता है. वहीं 100 तक संतोषजनक कहा जाता है. 200 तक मध्यम और उसके बाद से लेकर 300 तक खराब की कैटेगरी में आती है. इसके बाद 301 से लेकर 400 तक बहुत खराब और फिर 401 से लेकर 500 तक गंभीर कहा जाता है. ऐसे में दिल्ली में एक्यूआई अगर 700 पार कर चुका है तो आप समझ सकते हैं कि प्रदूषण का लेवल कहां पहुंच चुका है. इस हवा में सांस लेने का मतलब है जहर को अपने अंदर लेना.