दिल्ली में सोमवार सुबह वायु गुणवत्ता में थोड़ा सुधार देखा गया. रविवार को यह इस मौसम का सबसे ऊंचा स्तर 391 पर पहुंच गई थी जो बेहद खराब श्रेणी में आता है. अब भी हवा सांस लेने लायक नहीं बनी है, लोग सुबह धुंध की मोटी परत में जागे है.
दिल्ली का तापमान गिरकर 11.6 डिग्री सेल्सियस हो गया. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक सुबह छह बजकर पांच मिनट पर शहर का कुल एक्यूआई 346 रहा. यह बेहद खराब श्रेणी में है. शहर के ज्यादातर निगरानी केंद्रों ने प्रदूषण को गंभीर से बेहद खराब श्रेणी में दिखाया.
दिल्ली के 39 निगरानी केंद्रों में से बीस से ज्यादा एक दिन पहले गंभीर श्रेणी में पहुंच गए थे. यहां एक्यूआई 400 या उससे ऊपर था. यह स्थिति लोगों की सेहत के लिए खतरनाक साबित हो रही है. विशेषज्ञ बताते हैं कि हवा की गति बढ़ने और पराली जलाने में थोड़ी कमी से सुधार हुआ है, फिर भी राहत बहुत कम है. राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में नोएडा का एक्यूआई 335 रहा, गाजियाबाद में 302, ग्रेटर नोएडा में 314. ये सभी बहुत खराब श्रेणी में हैं.
वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग की उप समिति ने रविवार शाम बैठक की. दैनिक औसत एक्यूआई बहुत खराब श्रेणी के ऊपरी स्तर पर था. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग और भारतीय उष्णकटिबंधीय मौसम विज्ञान संस्थान के पूर्वानुमान कहते हैं कि आने वाले दिनों में गुणवत्ता इसी स्तर पर रहेगी. सुधार के संकेत और पूर्वानुमानों को देखकर उप समिति ने फैसला किया कि चरण तीन के प्रतिबंध अभी जरूरी नहीं हैं.
चरण एक और दो के उपाय जारी रहेंगे. चरण तीन में गैर जरूरी निर्माण कार्य बंद होते हैं. पांचवीं कक्षा तक की पढ़ाई हाइब्रिड मोड में हो रही है. ऑनलाइन शिक्षा का विकल्प है. दिल्ली और एनसीआर जिलों में बीएस तीन पेट्रोल और बीएस चार डीजल कारों पर रोक है. विकलांग लोगों को छूट मिली हुई है.
दिल्ली पुलिस ने रविवार को इंडिया गेट पर प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया. ये लोग सरकार से प्रदूषण कम करने के सख्त कदम मांग रहे थे. प्रदर्शन में कॉलेज छात्र और कामकाजी लोग शामिल थे. उन्होंने कहा कि सरकार की बढ़ते वायु प्रदूषण के स्तर का प्रभावी समाधान खोजने की राजनीतिक इच्छाशक्ति की कमी के कारण राजधानी में स्वास्थ्य संकट पैदा हो गया है, लोग तख्तियां लेकर आए थे. सरकार का दावा है कि कई कदम उठाए जा रहे हैं. लेकिन जमीन पर असर कम दिख रहा है. विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि लोग घर में रहें. बाहर निकलें तो एन95 मास्क पहनें. दिल्ली में हर साल इस समय प्रदूषण की समस्या बढ़ जाती है.