EC ने चुनावी बॉन्ड का डाटा वेबसाइट पर किया जारी, इस पार्टी को मिला 656.5 करोड़ का चंदा

Electoral Bonds New Data: चुनाव आयोग के अनुसार चुनाव , तमिलनाडु की सत्ताधारी पार्टी डीएमके को 656.5 करोड़ रुपये का चंदा चुनावी बॉन्ड की तरफ से मिला है. इसमें लॉटरी किंग सैंटियागो मार्टिन के फ्यूचर गेमिंग के 509 करोड़ रुपये भी शामिल हैं.

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Electoral Bonds New Data: सुप्रीम कोर्ट के आदेश  के बाद चुनाव आयोग  ने इलेक्टोरल बॉन्ड से जुड़ी नई जानकारी को आज (17 मार्च) अपनी वेबसाइट पर अपलोड कर दिया है. इसमें फाइनेंशियल ईयर 2017-18 के बॉन्ड्स की जानकारी दी गई है. वहीं इससे पहले आयोग ने 14 मार्च को अपनी वेबसाइट पर 763 पेज की सूची जारी की थी. इसमें अप्रैल 2019 के बाद खरीदी या कैश की गई बॉन्ड जानकारी है. 

सबसे अधिक चंदा DMK को मिला

चुनाव आयोग के अनुसार, तमिलनाडु की सत्ताधारी पार्टी डीएमके को 656.5 करोड़ रुपये का चंदा चुनावी बॉन्ड की तरफ से मिला है. इसमें लॉटरी किंग सैंटियागो मार्टिन के फ्यूचर गेमिंग के 509 करोड़ रुपये भी शामिल हैं. वहीं जारी आंकड़ों के अनुसार  बीजेपी ने कुल 6986.5 करोड़ रुपये के चुनावी बॉन्ड कैश कराए हैं. पार्टी ने 2019-20 में सबसे अधिक  2555 करोड़ के इलेक्टोरल बॉन्ड कैश कराए.

कांग्रेस पार्टी की बात करें तो उसनें 1,334.35 करोड़ रुपये के इलेक्टोरल बॉन्ड कैश की तरफ मिले हैं. इसके अलावा ओडिशा की सत्ताधारी बीजेडी को 944.5 करोड़ रुपये इलेक्टोरल बॉन्ड के जरिए मिले हैं. वहीं आंध्र की सत्ताधारी पार्टी टीडीपी को 181.35 करोड़ रुपये का चंदा मिला है. 

जानिए क्या है चुनावी बॉन्ड?

बता दें, कि चुनावी बॉन्ड यह एक तरीके का वित्तीय इंस्टूमेंट था, जिसके जरिए कोई भी राजनीतिक दलों को गुमनाम रूप से चंदा दे सकता है. यह राजनीतिक दलों को चंदा देने का एक वित्तीय जरिया था. चंदा देने वाले को बॉन्ड के मूल्य के बराबर की राशि एसबीआई की अधिकृत शाखा में जमा करवानी होती थी. यह भुगतान चेक या डिजिटल तरीके से किया जा सकता था.

Electoral Bonds New Data: सुप्रीम कोर्ट के आदेश  के बाद चुनाव आयोग  ने इलेक्टोरल बॉन्ड से जुड़ी नई जानकारी को आज (17 मार्च) अपनी वेबसाइट पर अपलोड कर दिया है. इसमें फाइनेंशियल ईयर 2017-18 के बॉन्ड्स की जानकारी दी गई है. वहीं इससे पहले आयोग ने 14 मार्च को अपनी वेबसाइट पर 763 पेज की सूची जारी की थी. इसमें अप्रैल 2019 के बाद खरीदी या कैश की गई बॉन्ड जानकारी है. 

सबसे अधिक चंदा DMK को मिला

चुनाव आयोग के अनुसार, तमिलनाडु की सत्ताधारी पार्टी डीएमके को 656.5 करोड़ रुपये का चंदा चुनावी बॉन्ड की तरफ से मिला है. इसमें लॉटरी किंग सैंटियागो मार्टिन के फ्यूचर गेमिंग के 509 करोड़ रुपये भी शामिल हैं. वहीं जारी आंकड़ों के अनुसार  बीजेपी ने कुल 6986.5 करोड़ रुपये के चुनावी बॉन्ड कैश कराए हैं. पार्टी ने 2019-20 में सबसे अधिक  2555 करोड़ के इलेक्टोरल बॉन्ड कैश कराए.

कांग्रेस पार्टी की बात करें तो उसनें 1,334.35 करोड़ रुपये के इलेक्टोरल बॉन्ड कैश की तरफ मिले हैं. इसके अलावा ओडिशा की सत्ताधारी बीजेडी को 944.5 करोड़ रुपये इलेक्टोरल बॉन्ड के जरिए मिले हैं. वहीं आंध्र की सत्ताधारी पार्टी टीडीपी को 181.35 करोड़ रुपये का चंदा मिला है. 

जानिए क्या है चुनावी बॉन्ड?

बता दें, कि चुनावी बॉन्ड यह एक तरीके का वित्तीय इंस्टूमेंट था, जिसके जरिए कोई भी राजनीतिक दलों को गुमनाम रूप से चंदा दे सकता है. यह राजनीतिक दलों को चंदा देने का एक वित्तीय जरिया था. चंदा देने वाले को बॉन्ड के मूल्य के बराबर की राशि एसबीआई की अधिकृत शाखा में जमा करवानी होती थी. यह भुगतान चेक या डिजिटल तरीके से किया जा सकता था.