Sambhal Violence: उत्तर प्रदेश के संभल जिले में मस्जिद को लेकर शुरू हुआ विवाद अब एक गंभीर राष्ट्रीय मुद्दा बन चुका है. हाल ही में हुई हिंसा में पांच लोगों की जान गई और अब यह मामला राजनीतिक और सुरक्षा दृष्टि से और भी संवेदनशील हो गया है. इस बीच लोकसभा नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी आज संभल के दौरे पर निकले. हालांकि प्रशासन ने उन्हें पहले ही इस यात्रा की अनुमति नहीं दी थी, लेकिन इसके बावजूद राहुल गांधी का काफिला संभल की ओर बढ़ गया.जिसके बाद इस काफिले को गाजीपुर फ्लाईओवर पर प्रशासन ने उन्हें रोक लिया और आगे जाने की अनुमति नहीं दी.
संभल जिले के अधिकारियों ने राहुल गांधी को रोकने के लिए पूरी तैयारी की थी. उन्होंने पहले से ही आसपास के जिलाधिकारियों को निर्देशित किया था कि राहुल गांधी को संभल जिले में प्रवेश न करने दिया जाए. इसके अलावा गाजियाबाद, अमरोहा, गौतमबुद्ध नगर और बुलंदशहर के प्रशासन को भी अलर्ट पर रखा गया था. प्रशासन का कहना था कि वहां की स्थिति बहुत संवेदनशील है और भीड़ की वजह से हालात बिगड़ सकते हैं. इसलिए राहुल गांधी को यात्रा स्थगित करने की अपील की गई थी. इसके बावजूद राहुल गांधी अपनी यात्रा पर अडिग रहे.
प्रशासन द्वारा रोकने के बावजूद राहुल गांधी का काफिला गाजीपुर बॉर्डर तक पहुंचा. जहां भारी जाम की स्थिति उत्पन्न हो गई. इस घटनाक्रम से यह साफ हो गया कि संभल में तनावपूर्ण स्थिति के कारण प्रशासन को बड़े पैमाने पर सुरक्षा इंतजाम करने पड़े थे. कांग्रेस नेता अजय कुमार लल्लू ने आरोप लगाया कि सरकार हमसे कुछ छिपाने की कोशिश कर रही है, और यही वजह है कि हमें वहां जाने से रोका जा रहा है. उनका कहना था कि हम सिर्फ पीड़ित परिवारों से मिलने चाहते थे.
#WATCH | Traffic congestion at the Ghazipur border on the Delhi-Meerut Expressway.
— ANI (@ANI) December 4, 2024
Security is heightened at the border as Lok Sabha LoP and Congress MPs Rahul Gandhi & Priyanka Gandhi Vadra are likely to visit violence-hit Sambhal today. pic.twitter.com/XVZAXgAkWb
वहीं, बीजेपी नेताओं ने इस मुद्दे पर कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस हर मुद्दे पर राजनीति करती है. बीजेपी नेताओं का कहना है कि अभी इस समय इतने नाजुक माहौल में वहां जाने से उन्हें बचना चाहिए. इसके विपरीत, विपक्षी नेताओं का कहना है कि सरकार की ओर से की जा रही कार्रवाई से यह साफ है कि उन्हें किसी बड़े मामले की छानबीन से डर है.
संभल में मस्जिद सर्वे के दौरान शुरू हुआ विवाद अब और भी गंभीर रूप ले चुका है. पुलिस और जांच टीम पर हुए हमलों के दौरान यह बात सामने आ रही है कि पाकिस्तानी और अमेरिकी कारतूसों का इस्तेमाल किया गया था. फॉरेंसिक जांच के बाद इसे लेकर पाकिस्तान से कनेक्शन की संभावना भी जताई जा रही है. इस वजह से प्रशासन ने संभल में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं.