Jaishankar Security Breach: भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर लंदन में चैथम हाउस थिंक टैंक द्वारा आयोजित सत्र में हिस्सा लेने पहुंचे थे. इस दौरान कुछ खालिस्तानी चरमपंथियों ने जयशंकर का रास्ता रोकने की कोशिश की. इतना ही नहीं अलगाववादियों ने भारतीय विदेश मंत्री के सामने भारतीय ध्वज को फाड़ दिया. जिसके बाद गुरूवार को विदेश मंत्रालय की ओर से आधिकारिक बयान जारी किए गए हैं.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने एस जयशंकर की यूके यात्रा के दौरान सुरक्षा उल्लंघन पर बयान जारी करते हुए कहा कि अलगाववादियों और चरमपंथियों के एक छोटे समूह ने उकसाने वाली गतिविधियों की निंदा की.
विदेश मंत्रालय की ओर से बयान जारी करते हुए रणधीर जायसवाल ने कहा कि हमने विदेश मंत्री की यूके यात्रा के दौरान सुरक्षा उल्लंघन की फुटेज देखी है. हम अलगाववादियों और चरमपंथियों के इस छोटे समूह की भड़काऊ गतिविधियों की निंदा करते हैं. हम ऐसे तत्वों द्वारा लोकतांत्रिक स्वतंत्रता के दुरुपयोग की निंदा करते हैं. हम उम्मीद करते हैं कि ऐसे मामलों में मेजबान सरकार अपने राजनयिक दायित्वों का पूरी तरह से पालन करेगी. इस बैठक में विदेश मंत्री ने कई मुद्दों पर बात की है. उन्होंने ट्रम्प के पारस्परिक टैरिफ योजना के सवाल पर विचार व्यक्त करते हुए कहा कि हम एक ऐसे राष्ट्रपति और प्रशासन को देख रहे हैं जो हमारी भाषा में बहुध्रुवीयता की ओर बढ़ रहा है और यह कुछ ऐसा है जो भारत के लिए उपयुक्त है.
एस जयशंकर ने कश्मीर के मुद्दे पर सवाल पूछे जाने पर कहा कि कश्मीर में काफी कुछ बदल चुका है. धारा 370 हटाने, कश्मीर में विधानसभा चुनाव सफलता पूर्वक कराने और उसमें नागरिकों का हिस्सा लेने के बारे में जिक्र किया. साथ ही उन्होंने पीओके का जिक्र करते हुए कहा कि अगर इसे वापस भारत में ले लिया जाए तो बचा हुआ सारा मुद्दा सुलझ जाएगा. इस मीटिंग को लेकर विदेश मंत्री ने कहा कि ब्रिटेन के प्रधानमंत्री के साथ उनकी बैठक के दौरान द्विपक्षीय सहयोग और रूस-यूक्रेन संघर्ष पर ब्रिटेन का दृष्टिकोण शामिल थे. अपने इस यात्रा के दौरान उन्होंने ब्रिटिश प्रधान मंत्री कीर स्टारमर से मुलाकात की. जिसमें उन्होंने कई प्रमुख मुद्दों पर जिक्र किया.