पूर्वोत्तर के राज्य त्रिपुरा में बाढ़ ने भयंकर रूप ले लिया है. इस राज्य में आई बाढ़ ने कई जिंदगियां निगल ली हैं. एक रिपोर्ट के मुताबिक बाढ़ से अबतक 31 मौतें हो चुकी हैं. वहीं, दो लोग घायल हैं और एक व्यक्ति अभी भी लापता है. बाढ़ के कारण कई लोग बेघर हो गए हैं. इस गंभीर स्थिति का आकलन करने के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय के संयुक्त सचिव बीसी जोशी के नेतृत्व में एक अंतर मंत्रालय केंद्रीय टीम को भेजा गया है.
इस टीम में कृषि, वित्त, परिवहन, जल संसाधन और ग्रामीण विकास जैसे विभिन्न विभागों के अधिकारी शामिल हैं. त्रिपुरा के राहत, पुनर्वास और आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार इस टीम ने त्रिपुरा के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण करने के लिए अगरतला का दौरा किया है. टीम के सदस्यों ने राज्य सरकार के अधिकारियों के साथ कई बैठकें करने के लिए विशेष रूप से पश्चिम, गोमती, सिपाहीजला और दक्षिण जिलों में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने की योजना बनाई है.
राहत, पुनर्वास और आपदा प्रबंधन विभाग की नई रिपोर्ट के मुताबिक 369 राहत शिविरों में 53356 से अधिक लोगों को आश्रय दिया गया है. पिछले तीन दिनों में वर्षा की मात्रा में कमी आई है. सोनामुरा में गोमती नदी का जलस्तर घटकर अब सामान्य स्तर पर आ गया है. यह अभी बाढ़ स्तर से ऊपर है. बाढ़ राहत कार्यों में राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) की तीन टीमों और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल एनडीआरएफ की दो टीमों के साथ 500 सिविल डिफेंस और आपदा मित्र स्वयंसेवक भी जुटे हैं.
Stay updated with our latest videos. Click the button below to subscribe now!