Online Frauds : लोकलसर्किल्स ने ऑनलाइन फ्रॉड को लेकर किया दावा, पिछले 3 वर्षों में 39 प्रतिशत भारतीयों के साथ हुई धोखाधड़ी

Online Financial Frauds : इंटरनेट के इस दौर में आज लोगों का जीवन पहले से थोड़ा आसान हो गया है। घर बैठे ऑनलाइन माध्यम से शॉपिंग करना, पढ़ाई करना या फिर पैसे से संबंधित लेनदेन सब कुछ ऑनलाइन माध्यम से होने लगा है। भारत में डिजिटल इंडिया को बढ़ावा देने के लिए लगातार लोग ऑनलाइन […]

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Online Financial Frauds : इंटरनेट के इस दौर में आज लोगों का जीवन पहले से थोड़ा आसान हो गया है। घर बैठे ऑनलाइन माध्यम से शॉपिंग करना, पढ़ाई करना या फिर पैसे से संबंधित लेनदेन सब कुछ ऑनलाइन माध्यम से होने लगा है। भारत में डिजिटल इंडिया को बढ़ावा देने के लिए लगातार लोग ऑनलाइन पेमेंट का उपयोग कर रहे हैं। इसका चलन दिन पर दिन बढ़ाता जा रहा है। वहीं देश में ऑनलाइन फ्रॉड के मामले में बढ़ते जा रहे हैं। इस तरह के मामले अकसर खबरों की सुर्खियां बने रहते दिख जाते हैं। अब देश में ऑनलाइन ठगी के मामलों में भारी वृद्धि दर्ज कि गई है।

रिपोर्ट में हुआ बड़ा खुलासा

मंगलवार 2 मई को लोकलसर्किल ने एक रिपोर्ट जारी की। जिसमें कहा गया कि पिछले तीन सालों में भारत में करीब 39 प्रतिशत ऑनलाइन फ्रॉड हुआ है। रिपोर्ट में बताया गया कि 3 वर्षों में भारतीय परिवार के साथ ऑनलाइन वित्तीय धोखाधड़ी हुई है। जबकि सिर्फ 24 प्रतिशत लोगों को ही उनका पैसा वापस मिला है। लोकलसर्किल के सर्वे में बताया गया कि इस दौरान 23 फीसदी लोगों के साथ क्रेडिट या डेबिट कार्ड से फ्रॉडड हुआ है। वहीं 13 परसेंट लोगों का कहना है कि उनके साथ ऑनलाइन शॉपिंग वेबसाइट के जरिए धोखाधड़ी की गई है। इसके अलावा 13 प्रतिशत लोगों का कहा था ऑनलाइन ऑर्डर करने पर वेबसाइट ने पैसे तो ले लिए। लेकिन सामान डिलीवर नहीं किया।

13 फीसदी के साथ हुआ ATM फ्रॉड

सर्वे में इस बात का खुलासा हुआ कि 10 फीसदी लोगों को एटीएम कार्ड धोखाधड़ी का शिकार बनाया गया। अन्य 10 प्रतिशत ने कहा कि उनके साथ बैंक खाता धोखाधड़ी की गई। वहीं 16 प्रतिशत ने बताया कि उन्हें कुछ दूसरे तरीकों में ऑनलाइन फ्रॉड का शिकार बनाया गया। इस तरह देखा जाए तो सर्वे में शामिल 30 प्रतिशत परिवारों में से हर परिवर का कोई एक सदस्य ऑनलाइन वित्तीय धोखाधड़ी का शिकार बना है। वहीं, नौ प्रतिशत ने कहा कि उनके परिवार के कई सदस्य इस तरह की धोखाधड़ी का शिकार बने हैं। बता दें सर्वे में देश के 331 जिलों के 32,000 लोगों की राय ली गई।