असम दौरे पर पीएम मोदी, चाय बागानों का उठाया लुत्फ, लोगों से की ये अपील

PM Modi In Aassam: पीएम मोदी ने असम के जोरहाट में महान अहोम सेनापति लचित बोरफुकन की 125 फुट ऊंची प्रतिमा का भी अनावरण किया. इस प्रतिमा को स्टैच्यू ऑफ वेलर यानी बहादुरी की प्रतिमा नाम दिया गया है.

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हाइलाइट्स

  • असम दौरे पर पीएम मोदी
  • चाय बागानों का उठाया लुत्फ, लोगों से की ये अपील

PM Modi In Aassam: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज (9 मार्च) असम के दौरे पर हैं.  उन्होंने यहां 17,500 करोड़ रुपए से अधिक की कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया. इस दौरान उन्होंने एक रैली को संबोधित करते हुए कहा, "आज मुझे असम के लोगों के लिए 17,500 हजार करोड़ की परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करने का सौभाग्य मिला है. इसमें स्वास्थ्य आवास और पेट्रोलियम से जुड़ी परियोजनाएं हैं. इनसे असम में विकास की गति और तेज होगी. मैं असम के सभी लोगों को इसके लिए बधाई देता हूं."

पीएम मोदी ने चाय बागानों का उठाया लुत्फ

इस दौरान पीएम मोदी ने असम के चाय बागानों का भी लुत्फ उठाया. जिसकी सुंदरता दुनियाभर में मशहूर है. वहीं पीएम ने अपने सोशल मीडिया पर चाय के बागान की तस्वीरों को साझा किया. जिसमें वो चाय के बागानों का जायजा लेते नजर आ रहे हैं. तस्वीरों को शेयर करते हुए पीएम मोदी ने कैप्शन में लिखा कि असम अपने शानदार चाय बागानों के लिए जाना जाता है और यहां की चाय ने पूरी दुनिया में अपनी अलग पहचान बनाई है.

पीएम ने आगे लिखा मैं  चाय बागान में काम करने वाले समुदाय की सराहना करना चाहूंगा, जो कड़ी मेहनत कर रहे हैं और दुनिया भर में असम की प्रतिष्ठा बढ़ा रहे हैं. इसके साथ ही पीएम ने पर्यटकों से राज्य के दौरे के दौरान इन चाय बागानों का दौरा करने का भी गुजारिश की है. 

लचित बोरफुकन की प्रतिमा का भी किया उद्घाटन

इससे पहले पीएम मोदी ने असम के जोरहाट में महान अहोम सेनापति लचित  बोरफुकन की 125 फुट ऊंची प्रतिमा का अनावरण किया. इस प्रतिमा को स्टैच्यू ऑफ वेलर यानी बहादुरी की प्रतिमा नाम दिया गया है. इस दौरान पीएम मोदी ने कहा, "आज मुझे वीर लसित बोरफुकन की विशाल और भव्य प्रतिमा के अनावरण का भी सौभाग्य मिला है. लसित बोरफुकन असम के शौर्य और पराक्रम के प्रतीक हैं."

इस दौरान जोरहाट में एक जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा,  "विरासत भी-विकास भी, हमारी डबल इंजन सरकार का मंत्र रहा है. विरासत के संरक्षण के साथ ही असम की डबल इंजन सरकार यहां के विकास के लिए भी उतनी ही तेजी से काम कर रही है. इंफ्रास्ट्रक्चर, स्वास्थ्य और ऊर्जा के क्षेत्र में असम ने अभूतपूर्व तेज गति दिखाई है. "