Lok Sabha Election: आने वाले आगामी साल 2024 में लोकसभा चुनाव होने वाले है. जिसे लेकर अभी से सियासी दलों में घमासान मचा हुआ है. वहीं सभी रानीतिक पार्टियों ने लोकसभा चुनाव में अपना अस्तित्व कायम करने के लिए तैयारी शुरू कर दी है. वहीं विपक्षी गठबंधन इंडिया के नेता अपनी ही उलझनों को सुलझा नहीं पा रहे हैं.
2024 लोकसभा चुनाव में सीट बंटवारे को लेकर महाराष्ट्र में लगातार घमासान छिड़ा हुआ है. I.N.D.I.A. में शामिल नेता समय-समय पर ऐसे बयान देते हैं, जिससे गठबंधन की एकता पर सवालिया निशान खड़ा हो जाता है. आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर सीट शेयरिंग को लेकर विपक्षी दल I.N.D.I.A. के नेताओं के बीच चर्चा जोरों पर है. हालांकि, सीट शेयरिंग को लेकर अब तक कोई फैसला नहीं हुआ है.
संजय राउत के बयान पर घमासान
शिवसेना (UBT) नेता संजय राउत का एक बयान इन दिनों चर्चा का विषय बन गया है. संजय राउत ने सीट बंटवारे को लेकर ऐसा बयान दे दिया जिससे कांग्रेस में खलबली मच गई. दरअसल संजय राउत ने सीट बंटवारे को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा है. संजय राउत ने शुक्रवार को कहा कि कांग्रेस के साथ सीट बंटवारे की बातचीत शून्य से शुरू करनी होगी क्योंकि इस समय लोकसभा में महाराष्ट्र से कांग्रेस का कोई सांसद नहीं है.
ANI से बात करते हुए राउत ने कहा, "सीट बंटवारे का कोई फॉर्मूला नहीं है. जो जीतने की ताकत रखेगा उसे वह सीट मिलेगी. हमारे बीच कोई मतभेद नहीं है. केंद्रीय नेताओं के साथ हमारी बातचीत चल रही है।" निर्णय सही समय पर लिया जाएगा,
उन्होंने कहा, "हम प्रकाश अंबेडकर को एमवीए गठबंधन में लेने को लेकर बहुत सकारात्मक हैं; वह संविधान के पक्ष में भी मजबूती से बोल रहे हैं." इससे पहले, डॉ. बीआर अंबेडकर के पोते, पूर्व लोकसभा सांसद प्रकाश अंबेडकर ने 2024 में लोकसभा चुनाव से पहले एमवीए और इंडिया गठबंधन में शामिल होने की अपनी रुचि दोहराई थी.
उद्धव ठाकरे ने दी सफाई
वहीं संजय के इस बयान के बाद सियासी घमासान शुरू हो गया है. संजय के इस बयान पर पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे ने शनिवार को सफाई देते हुए कहा कि वह ऐसा कुछ नहीं करेंगे जिससे महाविकास अघाड़ी दल (शिवसेना यूबीटी, कांग्रेस और एनसीपी की गठबंधन) को नुकसान हो. उन्होंने आगे कहा टिकट वितरण सुचारू रूप से होगा और उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और पार्टी नेता राहुल गांधी से बात की है.