Delhi: दिल्ली में प्रदूषण का स्तर दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है. अभी दिवाली से पहले ही राष्ट्रीय राजधानी और उसके आसपास के इलाके की हवा बेहद खराब हो चुकी है. इस गुणवत्ता वाली हवा में सांस लेना बहुत मुश्किल हो गया है. इस प्रदूषण के स्तर को देखत हुए दिल्ली-एनसीआर में ग्रैप-2 लागू कर दिया गया है. जिसकी वजह से कई चीजों पर पाबंदियां लगा दी गई है. CAQM द्वारा जारी किया गया आदेश मंगलवार सुबह 8 बजे से लागू हो जाएगा.
दिल्ली-एनसीआर में एक्यूआई का लेवल 300 पार कर चुका है. जिसके कारण सबसे पहले डीजल और जनरेटर पर रोक लगाया गया है. इसके अलावा प्राइवेट गाड़ियों की पार्किंग फीस बढ़ा दी गई है. साथ ही सड़क पर पेट्रोल-डीजल वाली गाड़ियों को कम करने के लिए सीएनजी-इलेक्ट्रिक बसों और मेट्रो को बढ़ा दिया गया है.
इन बातों का रखना होगा ध्यान
राष्ट्रीय राजधानी में प्रदूषण एक बहुत बड़ी समस्या है. यहां हर रोज एक नॉन स्मोकर चार सिगरेट पीने के बराबर स्मोक अपने शरीर में ले रहा है. दिवाली के समय में ये समस्या और भी ज्यादा बढ़ जाती है. वहीं ठंड में पुआल और लकड़ी जलने के कारण भी प्रदूषण का स्तर बढ़ जाता है. इसे कंट्रोल करने के लिए RWA को अपने सिक्योरिटी गार्ड को हीटर देने का आदेश दिया गया है. जिससे की गर्माहट के लिए कूड़ा या लकड़ी जलाने की जरुरत ना पड़े. शहर में 26 रेड जोन डिक्लेयर किया गया है. जिसमें रोहिणी, शादीपुर, सोनिया विहार, वजीरपुर, जहांगीरपुरी, मुंडका, नरेला, पटपड़गंज, अलीपुर, अशोक विहार, आनंद विहार, बवाना, द्वारका, आया नगर, बुराड़ी, मंदिर मार्ग, मुंडका समेत अन्य जगह शामिल है.
पड़ोसी राज्यों की मार झेल रहा दिल्ली
शहर में अधिक गाड़ियों की वजह से बढ़ रहे प्रदूषण को कंट्रोल करने के लिए रेड लाइट ऑन गाड़ी ऑफ अभियान भी चलाया जा रहा है. इस अभियान की तहत गाड़ी चलाने वाले लोगों से रेड लाइट पर गाड़ी बंद करने की अपील की गई है. जिसेस की प्रदूषण थोड़ा कंट्रोल हो. हालांकि हर साल दिल्ली को अपने पड़ोसी राज्य की वजह से प्रदूषण की मार झेलना पड़ता है. आप सरकार द्वारा शासित पंजाब में पराली जलाने की वजह दिल्ली का बुरा हाल हो जाता था, इसमें अभी कंट्रोल पाया गया है. लेकिन अब हरियाणा और यूपी में भी पराली जलाने की वजह से दिल्ली को समस्या झेलनी पड़ती है.