Priyanka Gandhi : 'न तो प्रभावित पक्ष की राय ली जाती है, न ही विपक्ष से चर्चा की जाती है'- प्रियंका गांधी

Priyanka Gandhi On Truck strike: राहुल गांधी के बाद अब प्रियंका गांधी भी ट्रक ड्राइवरों द्वारा किये जा रहे विरोध प्रदर्शन के समर्थन में आ गई हैं. उन्होंने एक बार फिर हिट एंड रन कानून को लेकर केंद्र पर सवाल उठाए हैं.

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हाइलाइट्स

  • ड्राइवर्स हमारी अर्थव्यवस्था और प्रगति के पहिये हैं- प्रियंका गांधी
  • विरोध के बाद केंद्र सरकार ने फिलहाल कानून पर लगाई रोक

Priyanka Gandhi On Hit and Run Law: कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने हिट एंड रन कानून को लेकर केंद्र सरकार पर हमला बोला है. इसके साथ ही उन्होंने इस कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे ट्रक ड्राइवरों का भी समर्थन किया है. उन्होंने केंद्र सरकार पर लोगों को परेशान करने के लिए कानून बनाने का आरोप लगाया. 

प्रियंका गांधी ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पर पोस्ट कर सरकार से सवाल किये हैं. इसके साथ ही उन्होंने केंद्र सरकार को ड्राइवरों की सुविधाओं का ख्याल रखने की नसीहत भी दी है. 

हिट एंड रन कानून को बताया तुगलकी कानून 

अपने सोशल मीडिया पर पोस्ट में ट्रक ड्राइवरों के समर्थन में बोलते हुए प्रियंका गांधी ने ड्राइवरों को हमारी अर्थव्यवस्था का महत्वपूर्ण पहिया बताया. उन्होंने पोस्ट में लिखा, "ड्राइवर्स हमारी अर्थव्यवस्था और प्रगति के पहिये हैं. वे बेहद कम पैसे पर, तरह-तरह की मुश्किलें झेलते हुए कठिन जीवनशैली के साथ काम करते हैं. कानून और सिस्टम को इनके प्रति मानवीय होना चाहिए. हर जान कीमती ​है. हर एक की रक्षा सरकार का कर्त्तव्य है. कानून का उद्देश्य जनसामान्य के जीवन को आसान, सुरक्षित और न्याय देना है न कि लाखों लोगों को अत्याचार, वसूली, कैद व आर्थिक दिवालियेपन की ओर धकेलना" 

इसके साथ ही उन्होंने पोस्ट में आगे केंद्र सरकार द्वारा लाए गए इस कानून की तुलना तुगलकी फरमान से करते हुए लिखा, "बिना राय-मशविरा, बिना विपक्ष को शामिल किए, एकतरफा तुगलकी कानून बनाने का काम बंद होना चाहिए". 

'मनमाने और एकतरफा फैसले लेना इस सरकार की आदत' 

इससे पहले मंगलवार को भी प्रियंका गांधी ने अपने सोशल मीडिया पर पोस्ट पर सरकार के खिलाफ सवाल उठाया था. उन्होंने पोस्ट में सरकार पर मनमाने और एकतरफा फैसले लेने का आरोप लगाया. इसके साथ ही उन्होंने ड्राइवरों के प्रदर्शन के कारण जरूरी वस्तुओं की सप्लाई चेन टूटने की भी आशंका जताई.

उन्होंने पोस्ट में लिखा, "नया मोटर वाहन अधिनियम आने के बाद देखने में आ रहा है कि देश भर के ड्राइवर सड़क पर उतर आये हैं. आख़िर नये कानून में ऐसा क्या है कि इसके खिलाफ पूरे देश के ट्रांसपोर्टर हड़ताल पर हैं? पेट्रोल पंप और गैस स्टेशनों पर भीड़ उमड़ी हुई है. सब्जियों, रोज़मर्रा के सामान और उपभोक्ता वस्तुओं की सप्लाई चेन टूटने का खतरा बताया जा रहा है. मनमाने और एकतरफा फ़ैसले लेना क्या इस सरकार की आदत बन गई है? या यह किसी एक खास मानसिकता का परिचायक है?"

ये सरकार हमेशा जनता के खिलाफ ही कानून क्यों बनती है?- प्रियंका गांधी 

अपने पोस्ट के जरिए प्रियंका गांधी ने कृषि कानून, श्रम कानून और नागरिकता कानून का हवाला देते हुए  सरकार से सवाल पूछा कि "यह सरकार हमेशा जनता के ही खिलाफ कानून क्यों बनाती है? न तो प्रभावित पक्ष की राय ली जाती है, न ही विपक्ष से चर्चा की जाती है.  विपक्ष के करीब 150 सांसदों को निलंबित करके ड्राइवर्स के विरुद्ध एक ऐसा कानून बनाया जो उन्हें वसूली, प्रताड़ना और दुरूह कानूनी प्रक्रिया के चक्रव्यूह में झोंक देगा. जीतोड़ मेहनत, विषम परिस्थितियों में गुजर-बसर कर अपने परिवार का पेट पाल रहे 35 लाख ड्राइवर आज परेशान हैं. रोजी-रोटी और अस्तित्व पर आये इस संकट से उनमें उथल-पुथल मची हुई है. सत्ता में बैठे लोगों को यह नहीं भूलना चाहिए कि लोकतंत्र सबकी राय और भागीदारी से चलता है."

क्या है हिट एण्ड रन कानून?

केंद्र सरकार द्वारा लाए गए नए हिट एण्ड रन कानून के तहत  दुर्घटना के बाद मौके से फरार होने वाले और पुलिस को सूचना नहीं देने वाले चालकों को 10 साल तक की जेल का प्रावधान किया गया है. इसी प्रावधान के खिलाफ ट्रक ड्राइवरों ने विरोध और हड़ताल किया था. हालांकि ड्राइवरों के हड़ताल के बाद अभी केंद्र सरकार ने इस कानून को लागू नहीं करने का फैसला लिया है. जिसके बाद ड्राइवरों ने अपनी हड़ताल वापस ली.