Punjab Politics: पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान और राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित के बीच वाद- विवाद का दौर लगातार जारी है. विधानसभा में चल रहे दो-दिवसीय विशेष सत्र को स्पष्ट रूप से अवैध बताए जाने पर बीते दिन सीएम भगवंत मान ने विश्वास दिलाया कि सत्र के अंदर पारित 4 विधेयकों को मंजूरी दी जाएगी. जब सीएम से सवाल किया गया कि क्या विधेयकों को पारित कराने को लेकर सरकार उच्च न्यायालय जाएगी. इस बात का जबाव देते हुए मान ने बताया कि अभी थोड़ा इंतजार करिए इंतजार का फल मीठा होता है.
आपको जानकारी दें कि पंजाब के गवर्नर बनवारीलाल पुरोहित के द्वारा मुख्यमंत्री को लिखे पत्र के आधार पर 19-20 जून को बुलाए गए विधानसभा सत्र को गैरकानूनी बताया है. गवर्नर ने बताया कि राष्ट्रपति द्वारा नियुक्त एक संवैधानिक प्राधिकारी होता है राज्यपाल. वहीं दूसरी तरफ मान ने बताया कि सत्र संविधान लोकाचार के अनुसार वैध था.
अमृतसर के स्वर्ण मंदिर से गुरबानी का फ्री-टू-एयर प्रसारण विधेयक का उद्देश्य है. राज्य सरकार के द्वारा संचालित विश्वविद्यालय कुलपति मुख्यमंत्री के द्वारा बनाए जाते हैं. पंजाब विश्वविद्यालय कानून संशोधन के तहत इस कार्य में राज्यपाल का कोई रोल नहीं है. वहीं पुलिस संशोधन विधेयक पुलिस महानिदेशक बनाने का निर्णय स्वतंत्र बनाने का आदेश देता है.
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