Parliament: राज्यसभा में नेहरू की चिट्ठी का जिक्र कर बोले PM मोदी, कहा-वे आरक्षण विरोधी थे

PM MODI: इस चिट्ठी में पीएम नेहरू ने लिखा था कि वह किसी भी तरह के आरक्षण को पसंद नहीं करते हैं. खासकर नौकरियों में आरक्षण का उपयोग वो तो बिल्कुल नहीं.

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हाइलाइट्स

  • राज्य सभा में नेहरू की चिट्ठी का जिक्र कर बोले PM मोदी
  • कहा-वे आरक्षण विरोधी थे

PM MODI: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान आज (7 फरवरी ) राज्यसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा. इस दौरान उन्होंने देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू की उस समय लिखी गई चिट्ठी का जिक्र किया. चिट्ठी को पढ़ते हुए पीएम मोदी ने कहा कि यह देश के पहले पीएम द्वारा राज्य के मुख्यमंत्रियों को लिखी गई चिट्ठी है. इस चिट्ठी में पीएम नेहरू ने लिखा था कि वह किसी भी तरह के आरक्षण को पसंद नहीं करते हैं. खासकर नौकरियों में आरक्षण का उपयोग वो तो बिल्कुल नहीं. उन्होंने कहा था कि वह ऐसे किसी भी कदम के खिलाफ हैं. 

कांग्रेस जन्मजात से एससी-एसटी आरक्षण विरोधी 

पीएम मोदी ने नेहरू की चिट्ठी का जिक्र करते हुए आगे कहा कि उन्होंने अपनी चिट्ठी में लिखा था कि आरक्षण, जो अकुशलता को बढ़ावा दे, जो दोयर दर्जे की तरफ ले जाए, मैं इसके खिलाफ हूं. पीएम मोदी ने कहा ये शब्द मेरे नहीं बल्कि देश के पहले प्रधानमंत्री नेहरू के हैं. मैं इसलिए हमेशा कहता हूं कि कांग्रेस जन्मजात से एससी-एसटी आरक्षण विरोधी है. आज जो कांग्रेस कहती है न इस वर्ग के इतने हैं,  इतने हैं, अगर उस समय यह आरक्षण की व्यवस्था लागू हो गई होती इन दोनों वर्ग के लोग धीरे- धीरे आगे बढ़ते चले जाते. 

कांग्रेस ने पिछड़ों को उनके अधिकारों से वंचित रखा

इस दौरान पीएम मोदी ने अपने सम्बोधन में आगे कहा कि कांग्रेस ने पिछड़ों को उनके अधिकारों से हमेशा से वंचित रखने का काम किया. हमारी सरकार ने अनुच्छेद 370 को खत्म किया, तब जाकर कितने दशकों के बाद एसटी,एससी, ओबीसी वर्ग के लोगों  को वो अधिकार मिले, जो उन्हें बरसों पहले ही मिल जाने चाहिए थे. वंचित पिछड़ों को जम्मू-कश्मीर में कई अधिकार ऐसे थे जो उन्हें मिले ही नहीं थे. 

पिछड़े वर्गों के लिए हमारी सरकार ने किया काम: पीएम मोदी 

पीएम मोदी ने कहा कि आज मैं देश को अवगत कराना चाहता हूं कि स्थानीय निकायों में ओबीसी के आरक्षण का विधेयक भी मंगलवार को लोकसभा में पास हो गया है. वहीं उन्होंने आगे कहा कि एससी, एसटी और ओबीसी  उनकी बढ़ी भागीदारी से कांग्रेस और उनके साथियों को हमेशा  से दिक्कत रही है.

उन्होंने बाबा साहेब के विचारों को खत्म करने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी है. बाबासाहेब को भारत रत्न देने की तैयारी भी भाजपा के नेतृत्व में बनी सरकार की मदद से ही मिला है.  पीएम ने कहा कि सीताराम केसरी, जो इतने बड़े ओबीसी नेता रहे, उन्हें उठाकर सड़क पर फेंक दिया गया. उनके साथ क्या हुआ उसका वीडियो मौजूद है.