Shashi Tharoor: कांग्रेस नेता शशि थरूर ने पनामा में भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए 'ऑपरेशन सिंदूर' के पीछे की प्रेरणा साझा की. यह ऑपरेशन पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में शुरू हुआ. थरूर ने कहा कि आतंकवादियों ने क्रूरता की सारी हदें पार कीं. उन्होंने पुरुषों को उनकी पत्नियों के सामने मार डाला.
आतंकियों ने महिलाओं से कहा कि जाओ, दुनिया को बताओ कि तुम्हारे साथ क्या हुआ. थरूर ने कहा कि महिलाएं चिल्ला रही थीं कि हमें भी मार डाला. इस क्रूरता ने भारत को झकझोर दिया.
कांग्रेस नेता ने कहा कि आतंकियों ने महिलाओं के माथे से सिंदूर मिटा दिया. भारत ने फैसला किया कि इस सिंदूर का रंग आतंकियों के खून से मिलाया जाएगा. थरूर ने जोर देकर कहा कि हमारी महिलाओं का सिंदूर अब हत्यारों के खून के रंग से मेल खाएगा. यह ऑपरेशन आतंकवाद के खिलाफ भारत की मजबूत प्रतिक्रिया है. थरूर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संदेश को दोहराया. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने स्पष्ट किया कि ऑपरेशन सिंदूर जरूरी था. आतंकियों ने 26 महिलाओं के माथे से सिंदूर मिटाया. उन्होंने उनके पति और पिता छीन लिए. यह ऑपरेशन आतंकवाद के खिलाफ भारत की प्रतिबद्धता दर्शाता है.
पनामा में शशि थरूर के नेतृत्व में एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल मीडिया के सामने ऑपरेशन सिंदूर की जानकारी दी. यह तीन दिवसीय आधिकारिक यात्रा है. इससे पहले, प्रतिनिधिमंडल ने गुयाना की यात्रा पूरी की. इस दल में सरफराज अहमद, जीएम हरीश बालयोगी, शशांक मणि त्रिपाठी, तेजस्वी सूर्या, भुवनेश्वर कलिता, मल्लिकार्जुन देवड़ा, मिलिंद देवड़ा और पूर्व राजदूत तरणजीत सिंह संधू शामिल हैं.
ऑपरेशन सिंदूर का मकसद आतंकवाद को जड़ से खत्म करना है. यह उन परिवारों को न्याय दिलाने की कोशिश है, जिन्होंने अपनों को खोया. थरूर ने कहा कि भारत आतंकवाद के खिलाफ चुप नहीं रहेगा. यह ऑपरेशन देश की एकता और ताकत का प्रतीक है. पनामा में भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए थरूर ने वैश्विक समुदाय से सहयोग मांगा. उन्होंने कहा कि आतंकवाद वैश्विक चुनौती है. भारत इस लड़ाई में अकेला नहीं है. सभी देशों को मिलकर आतंकवाद का मुकाबला करना होगा.