Swat River Flood: पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में स्वात नदी में शुक्रवार, 27 जून 2025 को अचानक आई बाढ़ ने एक परिवार के 18 सदस्यों की जिंदगी छीन ली. सियालकोट और मारदान से आए पर्यटक स्वात घाटी की खूबसूरत वादियों में पिकनिक मना रहे थे.
जब सुबह करीब 8 बजे भारी बारिश के कारण नदी का जलस्तर अचानक बढ़ गया. एक पर्यटक, अदनान ने बताया कि हम नाश्ता कर रहे थे, बच्चे नदी किनारे सेल्फी लेने गए. पानी कम था, लेकिन अचानक बाढ़ ने सबको बहा ले गया. इस हादसे में चार महिलाओं और छह बच्चों सहित कई लोग लापता हैं.
मदद के लिए चीखें
सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में फंसे हुए लोग मदद के लिए चीखते-रोते दिखाई दे रहे हैं. प्रत्यक्षदर्शियों का दावा है कि पीड़ित दो घंटे तक सहायता की प्रतीक्षा करते रहे, लेकिन स्थानीय प्रशासन या रेस्क्यू टीमें समय पर नहीं पहुंचीं. एक पर्यटक ने कहा कि रेस्क्यू अधिकारी घंटों बाद आए, तब तक कई लोग बह चुके थे. इस देरी ने लोगों में प्रशासन के प्रति गुस्सा भड़का दिया है.
प्रशासन पर लापरवाही का आरोप
रेस्क्यू 1122 और पाकिस्तान सेना की टीमें मौके पर पहुंचीं और 80 से अधिक कर्मियों ने खोजबीन शुरू की. अब तक सात शव बरामद किए गए हैं, जबकि तीन लोगों को सुरक्षित बचाया गया. प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने इस त्रासदी पर दुख जताया और नदियों के किनारे सुरक्षा उपायों को मजबूत करने का निर्देश दिया. फिर भी, कई लोग अभी भी लापता हैं, और परिवारों का दर्द थमने का नाम नहीं ले रहा.
स्थानीय लोगों और बचे हुए पर्यटकों ने प्रशासन की लापरवाही को इस त्रासदी का कारण बताया. पूर्व सीनेटर मुश्ताक अहमद खान ने स्वात जिला प्रशासन के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की. यह घटना प्रकृति की अनिश्चितता और प्रशासनिक कमियों का दुखद उदाहरण है.