राधिका की मां ने क्यों साधी चुप्पी? हर एंगल से मामले की जांच कर रही पुलिस

टेनिस खिलाड़ी राधिका यादव की हत्या ने पूरे शहर को झकझोर दिया है. उनके पिता दीपक यादव ने पुलिस के सामने कबूल किया कि उन्होंने अपनी बेटी की गोली मारकर हत्या की. पुलिस अब यह जांच कर रही है कि क्या राधिका की मां मंजू यादव को इस साजिश की जानकारी थी.

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Courtesy: Social Media

Radhika Yadav: टेनिस खिलाड़ी राधिका यादव की हत्या ने पूरे शहर को झकझोर दिया है. उनके पिता दीपक यादव ने पुलिस के सामने कबूल किया कि उन्होंने अपनी बेटी की गोली मारकर हत्या की. पुलिस अब यह जांच कर रही है कि क्या राधिका की मां मंजू यादव को इस साजिश की जानकारी थी. यह दिल दहलाने वाला मामला सामाजिक दबाव और पारिवारिक तनाव की दुखद कहानी बयां करता है.

राधिका यादव अपने घर में गुरुवार की सुबह नाश्ता बना रही थीं. उसी समय उनके पिता दीपक यादव ने उन पर चार गोलियां दाग दीं. जिससे राधिका की मौत हो गई. पुलिस के मुताबिक, दीपक ने हत्या से पहले अपने बेटे को दूध लाने के लिए बाहर भेज दिया था. इस सुनियोजित हत्या ने कई सवाल खड़े किए हैं.

राधिका की मां ने पुलिस को नहीं दिया बयान 

दीपक यादव ने पुलिस को बताया कि वह अपनी बेटी के टेनिस करियर से नाखुश थे. उनके पैतृक गांव के लोग राधिका के टेनिस खेलने और अकादमी चलाने के लिए उन्हें ताने मारते थे. कुछ लोग उन्हें गिरा हुआ बाप तक कहते थे. इन तानों से तंग आकर दीपक ने राधिका से उनकी टेनिस अकादमी बंद करने को कहा, जिसे उन्होंने खोलने के लिए पैसे दिए थे.

राधिका की मां मंजू ने पुलिस को कोई भी बयान नहीं दिया है. पुलिस को शक है कि मंजू को हत्या की साजिश की कुछ जानकारी हो सकती है. गुरुग्राम पुलिस के पीआरओ संदीप कुमार ने कहा कि मंजू ने अभी कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया. हम जांच कर रहे हैं कि उन्हें कितनी जानकारी थी.

दुनिया के तानों से तंग था पिता 

दीपक यादव को अदालत में शुक्रवार को पेश किया गया. अदालत ने उन्हें पुलिस रिमांड पर भेज दिया. पुलिस अब दीपक के कबूलनामे की सत्यता जांच रही है. साथ ही, यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि क्या मंजू ने हत्या की योजना में कोई भूमिका निभाई. जांच में सामाजिक दबाव और पारिवारिक विवादों की भूमिका भी सामने आ रही है. धिका यादव एक होनहार टेनिस खिलाड़ी थीं. उनकी टेनिस अकादमी युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत थी.

उनके सपनों को उनके ही पिता ने कुचल दिया. यह हादसा न केवल एक परिवार की त्रासदी है, बल्कि समाज में बेटियों के सपनों को दबाने की मानसिकता पर भी सवाल उठाता है. दीपक के बयानों की पुष्टि के लिए सबूत जुटाए जा रहे हैं. मंजू यादव की भूमिका भी जांच के दायरे में है. इस हादसे ने गुरुग्राम में सामाजिक और पारिवारिक दबावों पर नई बहस छेड़ दी है.

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