Punjab Food Sector: पंजाब, जिसे भारत की ‘अनाज की थाली’ कहा जाता है, अब पारंपरिक कृषि मॉडल से आगे बढ़कर स्मार्ट एग्रीटेक और एआई-पावर्ड खेती का रोल मॉडल बन गया है. विश्व खाद्य मेला 2025 में पंजाब ने दिखाया कि कैसे तकनीक किसानों की आमदनी दोगुनी करने, उत्पादन लागत घटाने और गुणवत्ता बढ़ाने में अहम योगदान दे रही है.
राज्य सरकार की स्मार्ट कृषि योजना ने किसानों को एआई और डेटा एनालिटिक्स जैसी अत्याधुनिक सुविधाओं तक आसान पहुंच दिलाई. अब किसान सटीक मौसम पूर्वानुमान, मिट्टी की सेहत, फसल की जरूरत और बाजार की मांग का डिजिटल आकलन कर पा रहे हैं. इससे न केवल पैदावार में इज़ाफा हुआ है बल्कि उत्पादन लागत भी घटी है.
पंजाब का खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र भी अत्याधुनिक उपकरणों और स्वचालन (ऑटोमेशन) तकनीक के चलते तेजी से विकसित हो रहा है. प्रोसेसिंग इकाइयों में इस तकनीकी बदलाव से फसल का मूल्य बढ़ा है और किसानों को बेहतर दाम मिलने लगे हैं. साथ ही, उत्पादों की शेल्फ लाइफ और गुणवत्ता दोनों में सुधार हुआ है, जिससे राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय बाज़ार तक पंजाब की सीधी पहुंच बनी. नई तकनीकों का सबसे बड़ा फायदा किसानों और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मिला है. वैश्विक बाजार से जुड़ाव ने किसानों की आमदनी में वृद्धि की है और कृषि उत्पादों के निर्यात में भी उल्लेखनीय बढ़ोतरी दर्ज हुई है. यही नहीं, ग्रामीण युवाओं को भी आधुनिक खेती और एग्री-स्टार्टअप्स के जरिए रोजगार और उद्यमिता के नए अवसर मिले हैं.
विश्व खाद्य मेला 2025 में पंजाब का पंडाल विदेशी निवेशकों और विशेषज्ञों के लिए आकर्षण का केंद्र रहा. कई बहुराष्ट्रीय कंपनियों और तकनीकी संस्थानों ने पंजाब में निवेश करने और साझेदारी करने की इच्छा जताई. यह पंजाब को फूड टेक और एग्रीटेक इनोवेशन हब बनाने की दिशा में बड़ा कदम है.
सरकार ने युवाओं को कृषि क्षेत्र से जोड़ने के लिए विशेष उद्यमिता योजनाएं शुरू की हैं. इससे कृषि-आधारित स्टार्टअप्स को नई ऊर्जा मिली है. इन नवाचारों ने न केवल स्थानीय प्रतिभाओं को मंच दिया है बल्कि उन्हें वैश्विक स्तर पर पहचान भी दिलाई है.
पंजाब ने एग्रीटेक के ज़रिए टिकाऊ और स्थायी खेती का ऐसा मॉडल पेश किया है, जिसे दूसरे राज्य और देश भी अपना सकते हैं. सरकारी विभागों और सहायक संस्थाओं ने मिलकर कृषि प्रणाली में सुधार किया है, जिससे उत्पादन और पर्यावरण दोनों को लाभ हो रहा है.
विश्व खाद्य मेला 2025 में आयोजित 'पंजाब पार्टनर स्टेट सेशन' में बड़ी संख्या में हितधारकों, निवेशकों और उद्यमियों ने हिस्सा लिया. सरकार ने सभी को पंजाब की कृषि यात्रा से परिचित कराया और भविष्य की प्रगति में साझेदारी करने का निमंत्रण दिया. यह पहल पंजाब को वैश्विक स्तर पर कृषि नवाचार और खाद्य प्रसंस्करण का लीडर बनाने की दिशा में निर्णायक साबित हो रही है.