सोमवार को महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस एक मीडिया कार्यक्रम में शामिल हुए. इस कार्यक्रम में उन्होंने महाराष्ट्र राज्य की राजनीति और महाराष्ट्र राज्य के आगामी विधानसभा को लेकर बातचीत की. इस कार्यक्रम के दौरान उनसे पूछा गया कि इस समय महाराष्ट्र सरकार में तीन दल शामिल हैं और वही लोग हमेशा विपक्षी दलों के निशाने पर रहते हैं. इसके जवाब में फडणवीस ने कहा कि विपक्षी दलों के पास 50 साल के अनुभवी नेता हैं. उनको पता है किसको निशाना बनाना है, महायुति का सेंटर ऑफ पॉवर कहां है.
देवेंद्र फडणवीस ने महाराष्ट्र में बीजेपी की ताकत का एहसास कराते हुए कहा कि मैंने उद्धव ठाकरे की एक बार आलोचना करी थी. उस पर कांग्रेस और एनसीपी (शरदचंद्र पवार) यूबीटी से ज्यादा मुझको निशाना बनाया था क्योंकि उनको पता है कि राज्य में तीनों पार्टियों में सबसे ज्यादा ताकतवर बीजेपी है. लोकसभा में बीजेपी के खराब प्रदर्शन पर फडणवीस ने कहा कि हमने उन कमियों को ठीक कर लिया है. साथ ही विधानसभा में जो कठिनाई आने वाली थीं. उसको भी ठीक कर लिया है. विपक्ष को गलतफहमी है कि लोकसभा के मुद्दे विधानसभा के चुनाव में भी बरकरार रहेंगे. ऐसा बिल्कुल नहीं है, हम विधानसभा का चुनाव जीतेंगे.
उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने लोकसभा चुनाव का विश्लेषण करते हुए कहा कि लोकसभा की 12 सीटें ऐसी हैं, जहां कुछ अलग ही पैटर्न दिखता है. लेकिन विधानसभा में ऐसा देखने को नहीं मिलेगा. हमारे पास जो कुछ वो थे, उसमें शिवसेना और एनसीपी को कुछ सीटें जीतने की उम्मीद थी. लोकसभा में विपक्ष को फर्जी नैरेटिव रचने का फायदा मिला. फडवीस ने शदरचंद्र की एनसीपी से अलग होकर आए अजीत पवार को लेकर कहा कि अजीत पवार की एनसीपी को वोट जाना हमारे लिए बेहद मुश्किल था. विधानसभा में ऐसा देखने को नहीं मिलेगा. हम जितना वोट शिवसेना को दिला पाते, उतना वोट अजीत पवार की एनसीपी को लोकसभा के चुनाव में नहीं दिला पाए.