Ek chutki sindoor: पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और पीओजेके में नौ आतंकी ठिकानों पर सटीक हमले किए. इस कार्रवाई ने वैश्विक स्तर पर भारत का दृढ़ संदेश दिया कि वह उकसावे का करारा जवाब देना जानता है.
इस ऑपरेशन के नाम ने देश में एक बार फिर एक चुटकी सिंदूर डायलॉग को चर्चा में ला दिया, जो फिल्म ‘ओम शांति ओम’ का मशहूर संवाद है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह प्रतिष्ठित डायलॉग किसने लिखा था?
एक चुटकी सिंदूर डायलॉग दीपिका पादुकोण पर फिल्माया गया था, जो 2007 में रिलीज हुई फिल्म ओम शांति ओम का हिस्सा है. यह फिल्म पुनर्जन्म की कहानी पर आधारित है. एक दृश्य में दीपिका सिंदूर लगाते हुए कहती हैं, एक चुटकी सिंदूर की कीमत तुम क्या जानो रमेश बाबू! ईश्वर का आशीर्वाद होता है एक चुटकी सिंदूर, सुहागन के सिर का ताज होता है एक चुटकी सिंदूर, हर औरत का सपना होता है एक चुटकी सिंदूर! इस डायलॉग ने दर्शकों के दिलों में गहरी छाप छोड़ी.
ओम शांति ओम फिल्म का निर्देशन फराह खान ने किया था और इसका निर्माण गौरी खान ने रेड चिलीज एंटरटेनमेंट के बैनर तले किया. फिल्म में शाहरुख खान और दीपिका पादुकोण मुख्य भूमिकाओं में थे, जबकि अर्जुन रामपाल ने खलनायक और किरण खेर व श्रेयस तलपड़े ने सहायक किरदार निभाए. इस फिल्म के डायलॉग मयूर पुरी ने लिखे, जिनमें एक चुटकी सिंदूर और पिक्चर अभी बाकी है मेरे दोस्त जैसे संवाद आज भी लोकप्रिय हैं. मयूर पुरी एक प्रसिद्ध पटकथा लेखक और गीतकार हैं, जिनके डायलॉग्स ने इस फिल्म को यादगार बनाया.
ओम शांति ओम 40 करोड़ रुपये के बजट में बनी थी और इसने विश्व भर में 150 करोड़ रुपये की कमाई की. 53वें फिल्मफेयर अवॉर्ड्स में इसे 13 नामांकन मिले, जिनमें सर्वश्रेष्ठ फिल्म, निर्देशक, अभिनेता, अभिनेत्री और सहायक अभिनेता शामिल थे. फिल्म ने दीपिका पादुकोण के लिए सर्वश्रेष्ठ नवोदित अभिनेत्री और सर्वश्रेष्ठ विशेष प्रभावों के लिए दो पुरस्कार जीते. ऑपरेशन सिंदूर के बाद यह डायलॉग फिर से सुर्खियों में है, जो भारतीय सेना की शक्ति और सांस्कृतिक प्रतीकों की गहराई को दर्शाता है.