Sleep Disorders: नींद हमारे शरीर और दिमाग दोनों के लिए बिल्कुल फ्यूल की तरह काम करता है. जैसे ही नींद की कमी होती है दोनों काम करना स्लो कर देता है. डॉक्टर का कहना है कि अच्छे स्वास्थ्य के लिए हर दिन लगभग आठ घंटे की नींद जरूरी है.
नींद पूरी ना होने पर आपकी थकान बढ़ सकती है. साथ ही आप कई गंभीर बीमारियों के भी शिकार हो सकते हो. तो चलिए जानते हैं कि नींद पूरा ना करने पर आपको क्या क्या खतरा हो सकता है.
नींद की कमी आपके शरीर में भूख को नियंत्रित करने वाले हार्मोन, ग्रेलिन और लेप्टिन, के संतुलन को बिगाड़ देती है. इससे आपको ज्यादा भूख लगती है, खासकर उच्च कैलोरी और शर्करा युक्त खाद्य पदार्थ खाने की इच्छा होती है. साथ ही, नींद कम होने से ऊर्जा का स्तर घटता है, जिसके कारण शारीरिक गतिविधियां कम हो जाती हैं और वजन बढ़ जाता है.
क्या आप जानते हैं कि नींद की कमी आपके शरीर की इंसुलिन उपयोग करने की क्षमता को कमजोर करती है? यह स्थिति इंसुलिन प्रतिरोध का कारण बनती है. इससे रक्त में शर्करा का स्तर बढ़ जाता है, जो धीरे-धीरे टाइप 2 डायबिटीज का रूप ले सकता है. विशेषज्ञों का कहना है कि नियमित और पर्याप्त नींद इस जोखिम को कम करने में मददगार है.
खराब नींद का असर आपके दिल पर भी पड़ता है. नींद की कमी से उच्च रक्तचाप, तनाव हार्मोन (कोर्टिसोल) में वृद्धि और शरीर में सूजन की समस्या हो सकती है. ये सभी कारक हृदय रोग, स्ट्रोक और अन्य हृदय संबंधी समस्याओं का खतरा बढ़ाते हैं. इसलिए, स्वस्थ दिल के लिए अच्छी नींद बहुत जरूरी है.
नींद के दौरान हमारा शरीर साइटोकिन्स नामक तत्व बनाता है, जो संक्रमण और सूजन से लड़ने में मदद करते हैं. लेकिन नींद की कमी से इनका उत्पादन कम हो जाता है. इससे हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर पड़ती है, और सर्दी-जुकाम जैसी छोटी-मोटी बीमारियां भी आसानी से हमें अपनी चपेट में ले लेती हैं.
लंबे समय तक नींद की कमी आपके शरीर की डीएनए मरम्मत और कोशिका वृद्धि को नियंत्रित करने की क्षमता को प्रभावित करती है. साथ ही, यह मेलाटोनिन हार्मोन के उत्पादन को भी कम करती है, जो कैंसर से बचाव में महत्वपूर्ण है. विशेषज्ञों का कहना है कि नींद की कमी से स्तन, प्रोस्टेट और कोलोरेक्टल कैंसर जैसे रोगों का जोखिम बढ़ सकता है.
नींद की कमी कोई छोटी समस्या नहीं है. यह आपके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को गहराई से प्रभावित करती है. विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि रोजाना एक निश्चित समय पर सोने और जागने की आदत बनाएं. रात को स्क्रीन टाइम कम करें और शांत वातावरण में सोएं. अच्छी नींद न केवल आपको तरोताजा रखती है, बल्कि कई गंभीर बीमारियों से भी बचाती है. आइए, आज से ही अपनी नींद को प्राथमिकता दें और स्वस्थ जीवन की ओर कदम बढ़ाएं.
Sleep Disorders: नींद हमारे शरीर और दिमाग दोनों के लिए बिल्कुल फ्यूल की तरह काम करता है. जैसे ही नींद की कमी होती है दोनों काम करना स्लो कर देता है. डॉक्टर का कहना है कि अच्छे स्वास्थ्य के लिए हर दिन लगभग आठ घंटे की नींद जरूरी है.
नींद पूरी ना होने पर आपकी थकान बढ़ सकती है. साथ ही आप कई गंभीर बीमारियों के भी शिकार हो सकते हो. तो चलिए जानते हैं कि नींद पूरा ना करने पर आपको क्या क्या खतरा हो सकता है.
नींद की कमी आपके शरीर में भूख को नियंत्रित करने वाले हार्मोन, ग्रेलिन और लेप्टिन, के संतुलन को बिगाड़ देती है. इससे आपको ज्यादा भूख लगती है, खासकर उच्च कैलोरी और शर्करा युक्त खाद्य पदार्थ खाने की इच्छा होती है. साथ ही, नींद कम होने से ऊर्जा का स्तर घटता है, जिसके कारण शारीरिक गतिविधियां कम हो जाती हैं और वजन बढ़ जाता है.
क्या आप जानते हैं कि नींद की कमी आपके शरीर की इंसुलिन उपयोग करने की क्षमता को कमजोर करती है? यह स्थिति इंसुलिन प्रतिरोध का कारण बनती है. इससे रक्त में शर्करा का स्तर बढ़ जाता है, जो धीरे-धीरे टाइप 2 डायबिटीज का रूप ले सकता है. विशेषज्ञों का कहना है कि नियमित और पर्याप्त नींद इस जोखिम को कम करने में मददगार है.
खराब नींद का असर आपके दिल पर भी पड़ता है. नींद की कमी से उच्च रक्तचाप, तनाव हार्मोन (कोर्टिसोल) में वृद्धि और शरीर में सूजन की समस्या हो सकती है. ये सभी कारक हृदय रोग, स्ट्रोक और अन्य हृदय संबंधी समस्याओं का खतरा बढ़ाते हैं. इसलिए, स्वस्थ दिल के लिए अच्छी नींद बहुत जरूरी है.
नींद के दौरान हमारा शरीर साइटोकिन्स नामक तत्व बनाता है, जो संक्रमण और सूजन से लड़ने में मदद करते हैं. लेकिन नींद की कमी से इनका उत्पादन कम हो जाता है. इससे हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर पड़ती है, और सर्दी-जुकाम जैसी छोटी-मोटी बीमारियां भी आसानी से हमें अपनी चपेट में ले लेती हैं.
लंबे समय तक नींद की कमी आपके शरीर की डीएनए मरम्मत और कोशिका वृद्धि को नियंत्रित करने की क्षमता को प्रभावित करती है. साथ ही, यह मेलाटोनिन हार्मोन के उत्पादन को भी कम करती है, जो कैंसर से बचाव में महत्वपूर्ण है. विशेषज्ञों का कहना है कि नींद की कमी से स्तन, प्रोस्टेट और कोलोरेक्टल कैंसर जैसे रोगों का जोखिम बढ़ सकता है.
नींद की कमी कोई छोटी समस्या नहीं है. यह आपके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को गहराई से प्रभावित करती है. विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि रोजाना एक निश्चित समय पर सोने और जागने की आदत बनाएं. रात को स्क्रीन टाइम कम करें और शांत वातावरण में सोएं. अच्छी नींद न केवल आपको तरोताजा रखती है, बल्कि कई गंभीर बीमारियों से भी बचाती है. आइए, आज से ही अपनी नींद को प्राथमिकता दें और स्वस्थ जीवन की ओर कदम बढ़ाएं.