Monsoon Health Tips: मानसून की बारिश सुहावना मौसम लाती है, लेकिन इसके साथ कई स्वास्थ्य समस्याएं भी आती हैं. नमी बढ़ने से बीमारियां और मिथक दोनों फैलते हैं. आज हम आपसे मानसून से जुड़े आम मिथकों को तोड़ा और स्वस्थ रहने के टिप्स साझा करेंगे. जिससे आप अपना ज्यादा ख्याल रख सकते हैं.
लोगों में सवाल उठता है कि क्या मानसून में कम पानी पीना ठीक है? डॉक्टरों का मानना है कि यह गलतफहमी है. ठंडे मौसम में प्यास कम लगती है, लेकिन शरीर को पानी की उतनी ही जरूरत होती है.” पसीना और पेशाब से तरल पदार्थ कम होता है. कम पानी पीने से थकान और कमजोर इम्यूनिटी हो सकती है. रोज पर्याप्त पानी पिएं.
क्या बारिश में स्ट्रीट फूड सुरक्षित है? इस सवाल का जवाब हर विशेषज्ञ यहीं कहेंगे कि नहीं! मानसून में स्ट्रीट फूड से बैक्टीरिया और वायरस का खतरा बढ़ता है. गंदा पानी और अस्वच्छ खाना बीमारी का कारण बन सकता है. घर का ताजा खाना खाएं. कच्चे सलाद से बचें और फिल्टर्ड पानी पिएं.
क्या मच्छर सिर्फ रात में काटते हैं? डॉक्टर इसे गलत बताते हैं. उनका कहना है कि डेंगू और चिकनगुनिया फैलाने वाला एडीज मच्छर दिन में भी काटता है. दिन में मच्छर भगाने वाली क्रीम लगाएं. पूरी बाजू के कपड़े पहनें. घर के आसपास जमा पानी हटाएं.
क्या मानसून की एलर्जी हल्की होती है? उनका कहना है कि अगर इलाज न किया जाए, तो यह गंभीर हो सकती है. नमी से फंगल और श्वसन समस्याएं बढ़ती हैं. गीले कपड़े न पहनें. सूखे कपड़े चुनें और गीले कपड़े तुरंत बदलें.
इम्यूनिटी बढ़ाएं: नींबू, आंवला, अमरूद और शिमला मिर्च खाएं. हल्दी वाला दूध और तुलसी की चाय पिएं.
हल्का खाना खाएं: तैलीय और बासी खाने से बचें. खिचड़ी, सूप और भाप से बनी चीजें खाएं.
साफ-सफाई रखें: फंगल संक्रमण से बचने के लिए घर को कीटाणुरहित करें. कपड़े धूप में सुखाएं. खिड़कियां खुली रखें.
पैरों की देखभाल: वाटरप्रूफ जूते पहनें. पैरों को साफ और सूखा रखें. गंदे पानी में चलने से बचें.
Monsoon Health Tips: मानसून की बारिश सुहावना मौसम लाती है, लेकिन इसके साथ कई स्वास्थ्य समस्याएं भी आती हैं. नमी बढ़ने से बीमारियां और मिथक दोनों फैलते हैं. आज हम आपसे मानसून से जुड़े आम मिथकों को तोड़ा और स्वस्थ रहने के टिप्स साझा करेंगे. जिससे आप अपना ज्यादा ख्याल रख सकते हैं.
लोगों में सवाल उठता है कि क्या मानसून में कम पानी पीना ठीक है? डॉक्टरों का मानना है कि यह गलतफहमी है. ठंडे मौसम में प्यास कम लगती है, लेकिन शरीर को पानी की उतनी ही जरूरत होती है.” पसीना और पेशाब से तरल पदार्थ कम होता है. कम पानी पीने से थकान और कमजोर इम्यूनिटी हो सकती है. रोज पर्याप्त पानी पिएं.
क्या बारिश में स्ट्रीट फूड सुरक्षित है? इस सवाल का जवाब हर विशेषज्ञ यहीं कहेंगे कि नहीं! मानसून में स्ट्रीट फूड से बैक्टीरिया और वायरस का खतरा बढ़ता है. गंदा पानी और अस्वच्छ खाना बीमारी का कारण बन सकता है. घर का ताजा खाना खाएं. कच्चे सलाद से बचें और फिल्टर्ड पानी पिएं.
क्या मच्छर सिर्फ रात में काटते हैं? डॉक्टर इसे गलत बताते हैं. उनका कहना है कि डेंगू और चिकनगुनिया फैलाने वाला एडीज मच्छर दिन में भी काटता है. दिन में मच्छर भगाने वाली क्रीम लगाएं. पूरी बाजू के कपड़े पहनें. घर के आसपास जमा पानी हटाएं.
क्या मानसून की एलर्जी हल्की होती है? उनका कहना है कि अगर इलाज न किया जाए, तो यह गंभीर हो सकती है. नमी से फंगल और श्वसन समस्याएं बढ़ती हैं. गीले कपड़े न पहनें. सूखे कपड़े चुनें और गीले कपड़े तुरंत बदलें.
इम्यूनिटी बढ़ाएं: नींबू, आंवला, अमरूद और शिमला मिर्च खाएं. हल्दी वाला दूध और तुलसी की चाय पिएं.
हल्का खाना खाएं: तैलीय और बासी खाने से बचें. खिचड़ी, सूप और भाप से बनी चीजें खाएं.
साफ-सफाई रखें: फंगल संक्रमण से बचने के लिए घर को कीटाणुरहित करें. कपड़े धूप में सुखाएं. खिड़कियां खुली रखें.
पैरों की देखभाल: वाटरप्रूफ जूते पहनें. पैरों को साफ और सूखा रखें. गंदे पानी में चलने से बचें.