Stomach Issue: कब्ज और पेट फूलने की समस्या से परेशान हैं? फल आपकी मदद कर सकते हैं. गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट डॉ. जोसेफ सलहब ने सात फलों की सूची साझा की है, जो प्राकृतिक रेचक की तरह काम करते हैं. ये फल पाचन को बेहतर बनाते हैं और बिना दुष्प्रभाव के राहत देते हैं. आइए जानें इन फलों के बारे में.
डॉ. सलहब के अनुसार, कीवी में फाइबर और एक्टिनिडिन नामक एंजाइम होता है. यह एंजाइम पाचन को आसान बनाता है. कीवी कब्ज और पेट फूलने की समस्या को कम करता है.
ड्रैगन फ्रूट में प्रीबायोटिक फाइबर और पानी की मात्रा अधिक होती है. जिससे कब्ज की समस्या दूर होती है. पेट फूलने की परेशानी को कम करने के लिए यह फल बेहतरीन है. इसका रंगीन और स्वादिष्ट रूप इसे और आकर्षक बनाता है.
नाशपाती में सोर्बिटोल नामक प्राकृतिक शुगर होता है, जो रेचक का काम करता है. इसमें मौजूद फाइबर आपके मल को नरम करता है और पाचन को बेहतर बनाता है. कब्ज से राहत के लिए नाशपाती एक शानदार विकल्प है.
सेब में फाइबर की मात्रा अधिक होती है. इसमें फाइबर होते हैं. जो मल को आसानी से बाहर निकलता है. सेब में सोर्बिटोल भी होता है, जो कोलन में पानी खींचकर कब्ज को कम करता है.
पपीते में पपैन नामक एंजाइम होता है. यह प्रोटीन को ब्रेक करने में मदद करता है. इससे पेट फूलने और अपच की समस्या कम होती है. पपीता कब्ज को रोकने में भी कारगर है.
आलूबुखारा प्राकृतिक जुलाब से भरपूर होता है. पोषण विशेषज्ञ दीपशिखा जैन के अनुसार, यह कब्ज को ठीक करने में बहुत प्रभावी है. एनएचएस सर्जन डॉ. करण राजन ने भी आलूबुखारे के रस को कब्ज के लिए घरेलू उपाय बताया है. यह फल मल त्याग को आसान बनाता है.
जामुन में फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट मौजूद होती है. जिससे यह कब्ज और पेट फूलने में राहत देता है. जामुन का छोटा आकार इसे शक्तिशाली बनाता है.
Stomach Issue: कब्ज और पेट फूलने की समस्या से परेशान हैं? फल आपकी मदद कर सकते हैं. गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट डॉ. जोसेफ सलहब ने सात फलों की सूची साझा की है, जो प्राकृतिक रेचक की तरह काम करते हैं. ये फल पाचन को बेहतर बनाते हैं और बिना दुष्प्रभाव के राहत देते हैं. आइए जानें इन फलों के बारे में.
डॉ. सलहब के अनुसार, कीवी में फाइबर और एक्टिनिडिन नामक एंजाइम होता है. यह एंजाइम पाचन को आसान बनाता है. कीवी कब्ज और पेट फूलने की समस्या को कम करता है.
ड्रैगन फ्रूट में प्रीबायोटिक फाइबर और पानी की मात्रा अधिक होती है. जिससे कब्ज की समस्या दूर होती है. पेट फूलने की परेशानी को कम करने के लिए यह फल बेहतरीन है. इसका रंगीन और स्वादिष्ट रूप इसे और आकर्षक बनाता है.
नाशपाती में सोर्बिटोल नामक प्राकृतिक शुगर होता है, जो रेचक का काम करता है. इसमें मौजूद फाइबर आपके मल को नरम करता है और पाचन को बेहतर बनाता है. कब्ज से राहत के लिए नाशपाती एक शानदार विकल्प है.
सेब में फाइबर की मात्रा अधिक होती है. इसमें फाइबर होते हैं. जो मल को आसानी से बाहर निकलता है. सेब में सोर्बिटोल भी होता है, जो कोलन में पानी खींचकर कब्ज को कम करता है.
पपीते में पपैन नामक एंजाइम होता है. यह प्रोटीन को ब्रेक करने में मदद करता है. इससे पेट फूलने और अपच की समस्या कम होती है. पपीता कब्ज को रोकने में भी कारगर है.
आलूबुखारा प्राकृतिक जुलाब से भरपूर होता है. पोषण विशेषज्ञ दीपशिखा जैन के अनुसार, यह कब्ज को ठीक करने में बहुत प्रभावी है. एनएचएस सर्जन डॉ. करण राजन ने भी आलूबुखारे के रस को कब्ज के लिए घरेलू उपाय बताया है. यह फल मल त्याग को आसान बनाता है.
जामुन में फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट मौजूद होती है. जिससे यह कब्ज और पेट फूलने में राहत देता है. जामुन का छोटा आकार इसे शक्तिशाली बनाता है.