बांग्लादेश में हिंदू युवक की नृशंस हत्या, कौन थे दीपू चंद्र दास?

बांग्लादेश के मैमनसिंह जिले में एक हिंदू युवक की भीड़ द्वारा पीट-पीटकर हत्या कर दी गई. उसके शव को पेड़ से बांधकर आग लगा दी गई.

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Courtesy: X (@geertwilderspvv)

बांग्लादेश के मैमनसिंह जिले में एक हिंदू युवक की भीड़ द्वारा पीट-पीटकर हत्या कर दी गई. यह घटना छात्र नेता शरीफ उस्मान हादी की मौत के बाद देश में फैले हंगामे के बीच हुई. अंतरिम सरकार ने इसकी कड़ी निंदा की है.

गुरुवार रात भालुका इलाके में यह दर्दनाक वारदात हुई. कथित ईशनिंदा के आरोप में भीड़ ने युवक पर हमला किया. पहले उसे बुरी तरह पीटा गया. फिर शव को पेड़ से लटकाया और जला दिया. बाद में शव को ढाका-मैमनसिंह हाईवे पर रखकर फिर आग लगाई गई. इससे सड़क पर ट्रैफिक रुक गया. 

पीड़ित कौन था?

पीड़ित का नाम दीपू चंद्र दास था. वह 25-27 साल का युवक था. हिंदू समुदाय से था. मैमनसिंह के स्क्वायर मास्टरबारी इलाके में पायनियर निट कम्पोजिट फैक्ट्री में गारमेंट मजदूर था. वह किराए के मकान में रहता था. परिवार का इकलौता कमाने वाला था.

दीपू के पिता रविलाल दास ने बताया कि उन्हें सबसे पहले फेसबुक पर घटना की खबर मिली. उन्होंने कहा कि फेसबुक से पता चला. लोग बता रहे थे कि मेरे बेटे को पीटा गया. फिर पता चला कि बदमाशों ने उसे पेड़ से बांध दिया."रविलाल ने आगे कहा, भीड़ ने केरोसिन डालकर आग लगा दी. जला हुआ धड़ और सिर बाहर बांध दिया गया. यह बहुत भयानक था. परिवार सदमे में है. अभी तक सरकार से कोई आश्वासन नहीं मिला.

सरकार की प्रतिक्रिया

मुख्य सलाहकार मुहम्मद यूनुस ने इस घटना की निंदा की. उन्होंने कहा कि इस जघन्य अपराध के दोषियों को सजा मिलेगी. यूनुस ने सोशल मीडिया पर बताया कि 10 लोग गिरफ्तार हुए हैं. इनमें से सात को रैपिड एक्शन बटालियन (आरएबी) ने पकड़ा. वहीं तीन को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.

यह घटना छात्र नेता शरीफ उस्मान हादी विवाद के बीच हुई. हादी की हत्या के आरोप में देश में प्रदर्शन हो रहे हैं. इससे अल्पसंख्यकों पर हमले बढ़े हैं. हिंदू समुदाय खास तौर पर डरा हुआ है. अंतरिम सरकार ने सभी से शांति की अपील की है. यह घटना बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा पर सवाल उठाती है. सरकार ने कार्रवाई का भरोसा दिया है. उम्मीद है कि दोषियों को जल्द सजा मिलेगी. 

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