Sammy Mukherjee Fraud Case: भारतीय मूल के एक मशहूर दंपति, सिद्धार्थ सैमी मुखर्जी और उनकी पत्नी सुनीता को टेक्सास में 33 करोड़ रुपये (4 मिलियन डॉलर) की रियल एस्टेट धोखाधड़ी के मामले में गिरफ्तार किया गया है. यह जोड़ा अपनी बॉलीवुड-शैली की प्रस्तुतियों और शानदार पार्टियों के लिए जाना जाता था. अब उन पर 100 से ज्यादा लोगों को ठगने का आरोप है.
मुखर्जी दंपति ने अपनी चमक-दमक भरी जिंदगी का इस्तेमाल लोगों का भरोसा जीतने के लिए किया. वे हाई-प्रोफाइल पार्टियों और सांस्कृतिक आयोजनों की मेजबानी करते थे. इन आयोजनों में वे निवेशकों को फर्जी रियल एस्टेट परियोजनाओं में पैसा लगाने के लिए लुभाते थे. जांचकर्ताओं का कहना है कि ये परियोजनाएं कभी थी ही नहीं.
पुलिस के अनुसार, दंपति ने डलास हाउसिंग अथॉरिटी के फर्जी अनुबंध और चालान बनाए. इन दस्तावेजों से निवेशकों को भरोसा दिलाया गया कि उनके पैसे सुरक्षित हैं. लेकिन जब लाभांश के चेक बाउंस होने लगे, तब धोखाधड़ी का खुलासा हुआ. यूलेस पुलिस के जासूस ब्रायन ब्रेनन ने कहा कि मेरे 23 साल के अनुभव में सैमी मुखर्जी सबसे बड़े धोखेबाज हैं. जांच में अब तक 20 पीड़ितों की पुष्टि हुई है, लेकिन माना जा रहा है कि 100 से ज्यादा लोग इस घोटाले का शिकार हुए. एक पीड़ित टेरी परवागा ने सीबीएस न्यूज को बताया कि वे आपको विश्वास दिलाते हैं कि वे सफल व्यवसायी हैं, लेकिन आपकी सारी पूंजी ले लेते हैं. एक अन्य पीड़ित सेशु मादभूषि ने कहा कि हमें और सवाल पूछने चाहिए थे.
रियल एस्टेट के अलावा, दंपति पर फर्जी कंपनी बनाकर पेचेक प्रोटेक्शन प्रोग्राम (पीपीपी) ऋण लेने का आरोप है. उन्होंने फर्जी कर्मचारियों के नाम और पेरोल रिकॉर्ड बनाए. इसके अलावा, बुजुर्गों को धमकी भरे ईमेल भेजकर गिरफ्तारी की झूठी चेतावनी देकर पैसे वसूले गए. जून 2025 में टैरेंट काउंटी में दोनों को गिरफ्तार किया गया. दोनों ने 5 लाख डॉलर का बांड जमा किया, लेकिन सैमी को यूएस इमिग्रेशन एंड कस्टम्स एनफोर्समेंट (आईसीई) ने हिरासत में ले लिया. वे फोर्ट वर्थ के पास एक डिटेंशन सेंटर में हैं. दंपति भारत से शरण मांगने अमेरिका आया था. सैमी के खिलाफ मुंबई में भी धोखाधड़ी के वारंट हैं. 2024 में दंपति ने दिवालियापन के लिए आवेदन किया. जांचकर्ता अब यह पता लगा रहे हैं कि ठगे गए पैसे को विदेशी खातों या क्रिप्टोकरेंसी में स्थानांतरित किया गया या नहीं.
ब्रेनन का मानना है कि ज्यादातर पैसा कारों, घर और जीवनशैली पर खर्च हो चुका है. अगर दोषी पाए गए, तो दंपति को 5 से 99 साल तक की जेल हो सकती है. भारतीय-अमेरिकी समुदाय में इस घटना से सदमा है. जो लोग कभी उनकी तारीफ करते थे, अब उनके धोखे से हैरान हैं. यह मामला निवेशकों के लिए सबक है कि आकर्षक ऑफर से पहले दस्तावेजों की जांच जरूरी है. जांच अभी जारी है और और पीड़ित सामने आ सकते हैं.