अमेरिकी न्याय विभाग (डीओजे) ने जेफरी एपस्टीन से जुड़े नवीनतम दस्तावेजों के खुलासे में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की एक तस्वीर को कुछ समय के लिए हटा दिया था, जिससे व्यापक विवाद खड़ा हो गया. यह तस्वीर एपस्टीन के घर में एक डेस्क की दराज में रखी अन्य फोटो के साथ दिखाई गई थी. हालांकि, समीक्षा के बाद विभाग ने स्पष्ट किया कि इसमें एपस्टीन के किसी पीड़ित को नहीं दिखाया गया है और इसे बिना किसी बदलाव के दोबारा अपलोड कर दिया गया.
न्याय विभाग ने शुक्रवार को एपस्टीन जांच से संबंधित हजारों दस्तावेज और तस्वीरें सार्वजनिक कीं. इनमें से एक फोटो में एपस्टीन के न्यूयॉर्क स्थित घर की एक क्रेडेंजा (डेस्क) दिखाई गई, जिसमें खुले दराज में कई तस्वीरें थीं. इनमें ट्रंप की दो फोटो शामिल थीं. एक में वे महिलाओं के साथ और दूसरी में उनकी पत्नी मेलानिया ट्रंप, एपस्टीन तथा घिस्लेन मैक्सवेल के साथ.
यह तस्वीर शनिवार को कम से कम 16 फाइलें सहित विभाग की वेबसाइट से गायब हो गईं, बिना किसी पूर्व सूचना या स्पष्टीकरण के हटा दिया गया. इससे राजनीतिक हलकों में हंगामा मच गया. डेमोक्रेट्स ने इसे संदिग्ध करार दिया, जबकि कुछ रिपब्लिकन सांसदों ने भी पारदर्शिता की कमी पर सवाल उठाए. डीओजे ने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर रविवार को पोस्ट कर सफाई दी. न्यूयॉर्क के दक्षिणी जिले ने पीड़ितों की सुरक्षा के लिए इस तस्वीर को चिह्नित किया था. अत्यधिक सतर्कता बरतते हुए इसे अस्थायी रूप से हटाया गया. समीक्षा में पाया गया कि इसमें एपस्टीन के किसी पीड़ित की छवि नहीं है, इसलिए इसे बिना संपादन के पुनः पोस्ट कर दिया गया. विभाग ने जोर दिया कि यह कदम केवल पीड़ित संरक्षण के लिए था और इसका ट्रंप से कोई संबंध नहीं है.
इस घटना ने एपस्टीन फाइलों की रिलीज प्रक्रिया पर सवाल खड़े कर दिए. कांग्रेस द्वारा पारित एपस्टीन फाइल्स ट्रांसपेरेंसी एक्ट के तहत सभी दस्तावेज शुक्रवार तक जारी करने थे, लेकिन विभाग ने इन्हें चरणबद्ध तरीके से रिलीज करने का फैसला किया. रिपब्लिकन सांसद थॉमस मैसी ने इसे कानून की भावना के विपरीत बताया, जबकि डेमोक्रेट रो खन्ना ने कानूनी कार्रवाई की धमकी दी. पीड़ितों के वकील ग्लोरिया ऑलरेड ने कहा कि कुछ फाइलों में पीड़ितों के नाम अनजाने में उजागर हो गए, जिससे विभाग को सूचित करना पड़ा. कुल मिलाकर, यह मामला पारदर्शिता और पीड़ित सुरक्षा के बीच संतुलन की चुनौती को उजागर करता है.